लखनऊ: लॉकडाउन से गांव में रह रहे असहाय गरीब-दैनिक मजदूरों के घरों के चूल्हे बंद हो गए हैं. गरीबों की समस्याओं को देखते हुए शासन ने उन्हें राशन मुहैया करवाने का बीड़ा उठाया है. इसी क्रम में मलिहाबाद तहसील प्रशासन ने लोगों के घरों में जरूरत का सामान पैक करवाकर गांव में सुचारू रूप से संचालित कर रहे हैं.
मलिहाबाद तहसील प्रशासन सरकार की मंशा अनुरूप गरीब और असहाय ग्रामीणों के घरों तक कच्चा राशन पहुंचा कर उनके पेट को पालने का काम कर रहा हैं. तहसील प्रशासन ने 1000 राशन के पैकेट तैयार करवाएं. एक पैकेट में 2 किलो चावल, 2 किलो आटा और 1 किलो दाल सहित सरसों का तेल, मिर्च, मसाला और नमक आदि पैक हैं.
जरूरतमंद लोगों को चिन्हित कर घरों तक पहुंचाया जा रहा राशन ग्रामीणों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए शासन के निर्देश पर तहसील प्रशासन ने गांव में लेखपालों को भेजकर गांव के जरूरतमंद लोगों को चिन्हित किया. जरूरतमंद चिन्हित लोगों को तहसील प्रशासन एक निश्चित अंतराल पर राशन की आपूर्ति अपनी टीमों द्वारा सुनिश्चित करवा रहा है. साथ ही प्रत्येक गांव में किसी न किसी लेखपाल को जिम्मेदारी पर रखा गया है. लेखपाल गांव की निश्चित परिवारों की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं.
जिलाधिकारी विकास कुमार सिंह ने बताया तहसील क्षेत्र के सभी गांव में गरीब और असहाय निराश्रित लोगों को चिन्हित कर लिया गया है. जरूरतमंद लोगों तक निरंतर राशन की आपूर्ति की जा रही है. साथ ही तहसील प्रशासन ने लोगों की सुविधा के लिए एक टोल फ्री नंबर भी जारी किया है, जिस पर क्षेत्र का कोई भी व्यक्ति किसी भी समय अपनी समस्या बताकर निदान पा सकता है. तहसीलदार निखिल शुक्ल ने बताया कि गांव में जिन लोगों को राशन वितरित किया जा रहा है उन लोगों की रेंडमली जांच भी की जा रही है कि वास्तविक रूप से कोई भी परिवार छूट तो नहीं रहा है.