लखनऊ : चौधरी अजित सिंह के जन्मदिवस पर राष्ट्रीय लोकदल 12 फरवरी से उत्तर प्रदेश में समरसता अभियान की शुरुआत करेगा. यह अभियान 19 फरवरी तक उत्तर प्रदेश में चलाया जाएगा. अभियान की शुरुआत राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयन्त सिंह मथुरा से करेंगे. राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने बताया कि सरकार की विफलताएं हजार, राष्ट्रीय लोकदल चला जनता के द्वार और नफरत की दीवार तोड़ो, दिल से दिल का नाता जोडों के नारे के साथ रालोद कार्यकर्ता गांव गांव जनसंपर्क कर केंद्र व प्रदेश सरकार की विफलताओं के जनता के बीच उजागर करेंगे.
Rashtriya Lok Dal campaign : मथुरा से शुरू होगा समरसता अभियान, अनिल दुबे ने गिनाईं सरकार की नाकामियां
राष्ट्रीय लोक दल लगातार अभियान (Rashtriya Lok Dal campaign) चलाकर यूपी सरकार की नाकामियां गिना रहा है. इसी कड़ी में अब चौधरी अजित सिंह के जन्मदिवस पर उत्तर प्रदेश में समरसता अभियान चलाने की घोषणा की है. अभियान के दौरान रालोद कार्यकर्ता गांव गांव जनसंपर्क कर केंद्र व प्रदेश सरकार की विफलताओं को उजागर करेंगे.
उन्होंने बताया कि चौधरी जयंत सिंह मथुरा के बलदेव क्षेत्र से फजियत पुर की नगरिया से अभियान की शुरुआत करेंगे. वे शाहपुर गौशाला, नगला पोला, महावन, जटोरा, मगना सराय व खिरारी में किसानों से संवाद करेंगे. आरएलडी प्रवक्ता ने बताया कि रालोद अध्यक्ष पूरे प्रदेश में 1500 से अधिक गांवों का दौरा कर किसानों से संवाद करेंगे और केन्द्र व प्रदेश सरकार की विफलताओं को उजागर करेंगे. केन्द्र व प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि केन्द्र सरकार काला धन वापस लाने, अपराध मुक्त राजनीति, किसान की आय दुगुनी करने, दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने, डीजल पेट्रोल और गैस के दाम सस्ता करने की घोषणा के साथ सत्ता में आयी थी लेकिन वह अपने सभी वादों पर असफल साबित हुई. वहीं प्रदेश सरकार भी किसानों और नौजवानों से किए गए किसी भी वादे को पूरा नहीं कर सकी है. प्रदेश में किसानों को उनके उत्पाद का लाभकारी मूल्य नहीं मिला, गन्ना किसानों की दशा सोचनीय है न तो पुराना न नया भुगतान हुआ और न ही गन्ने का मूल्य बढ़ाया गया. परीक्षा के नाम पर छात्रों को परेशान किया जा रहा है. पर्चा आउट कराकर उनकी मेहनत पर पानी फेरा जा रहा है. प्रदेश सरकार ने सस्ती बिजली देने का वादा किया था, लेकिन सबसे महंगी बिजली उत्तर प्रदेश की ही है. सरकार के रोजगार देने के आंकड़े पूरी तरह से फर्जी हैं. नौजवान बेरोजगारी से तंग आकर आत्महत्या कर रहे हैं.
उन्होंने बताया कि गन्ने के लाभकारी मूल्य और आवारा पशुओं से निजात दिलाने के लिए किसानों की तरफ से पूरे प्रदेश में चलाए जा रहे किसान संदेश अभियान को जबरदस्त सफलता मिल रही है. प्रदेश के लाखों किसानों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को इस सम्बन्ध में पत्र भी लिखे हैं, लेकिन सरकार के कान पर जूं नहीं रेंग रही है. अगर सरकार ने किसानों की समस्याओं का निराकरण न किया तो रालोद 27 फरवरी को प्रदेश के सभी मंडलीय मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन करेगा.
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