लखनऊ: 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में हिंसा का मामला सामने आया था. इस मामले में गिरफ्तार केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को रिहा करने की मांग को लेकर राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा ने रविवार को लखनऊ में प्रदर्शन किया. राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष पांडे के नेतृत्व में हजरतगंज के परिवर्तन चौराहे पर यह प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शनकारियों ने गिरफ्तार आशीष मिश्रा को रिहा करने की मांग की है.
बता दें कि, रविवार की सुबह लगभग 11:30 बजे ब्राह्मण युवजन महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष पांडे अपने समर्थकों के साथ हजरतगंज के परिवर्तन चौराहे पर पहुंचे थे. चौराहे पर बैनर तले अपने समर्थकों के साथ आशीष मिश्रा की रिहाई को लेकर प्रदर्शन किया गया. इस प्रदर्शन में उन्होंने ब्राह्मण समाज के नाम पर हो रही राजनीति का विरोध जताया. इसके साथ ही विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि मूर्ति लगाना, ब्राह्मण का समर्थन करना, इन सब तरह की राजनीति को बंद किया जाए.
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि लखीमपुर खीरी में फर्जी किसानों के नाम पर फर्जी आंदोलन किया गया. उस आंदोलन के तहत ब्राह्मण समाज के चार भाइयों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. इतना ही नहीं प्रदर्शनकारियों का कहना है कि आशीष मिश्रा को फर्जी तौर पर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, जबकि उनके खिलाफ कोई भी साक्ष्य उपलब्ध नहीं हुए हैं.
ब्राह्मण युवजन महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष पांडे का कहना है कि रविवार को उन्होंने मुख्यमंत्री को पुलिस के माध्यम से एक ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में उन्होंने लिखा है कि जिस तरह से ब्राह्मण के नाम पर विपक्षी पार्टियां राजनीति कर रही हैं, उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए. फर्जी किसानों के नाम पर हुए आंदोलन में ब्राह्मण समाज के चार भाइयों की हत्या कर दी गई. उन मृतकों के परिवार के एक-एक सदस्य को सरकारी नौकरी और आर्थिक मदद की जाए. उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समाज को लेकर लगातार वह आवाज उठाते आए हैं और आगे उठाते भी रहेंगे.
आशुतोष पांडेय ने कहा कि लखीमपुर खीरी कांड में फर्जी तौर पर केंद्रीय राज्यमंत्री के बेटे आशीष मिश्रा को गिरफ्तार किया गया है, जबकि उनके खिलाफ कोई भी साक्ष्य उपलब्ध नहीं है. आशीष मिश्रा मौके पर वहां नहीं थे, उसके बावजूद भी उनकी गिरफ्तारी कर उनको जेल में डाल दिया गया. उन्होंने मांग की है कि आशीष मिश्रा को जेल से रिहा किया जाए. इसके साथ ही मृतक के परिजनों को न्याय दिया जाए.
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