लखनऊ : राजधानी के पारा थाना क्षेत्र की रहने वाली कॉलेज की छात्रा को अगवा कर उसके साथ दुराचार किया गया. परिवार की सूचना पर पुलिस जांच में जुट गई और छात्रा को तलाश कर परिवार के सुपुर्द किया गया, लेकिन कोई मुकदमा नहीं लिखा. मुकदमा दर्ज कराने के लिए छात्रा के पिता दो माह तक थाने के चक्कर लगाता रहा, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली. इसके बाद उसने कोर्ट की शरण ली. कोर्ट के आदेश के बाद पारा कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज की गई है. वहीं पुलिस के मुताबकि प्राथमिक जांच में पाया गया था कि छात्रा बालिग थी और आर्य समाज मंदिर में शादी करके गई थी. फिलहाल कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है.
पिता ने लगाया है अपहरण का आरोप :पारा निवासी 23 वर्षीय छात्रा निजी कॉलेज में एमए की छात्रा है. चार सितंबर को वह छोटी बहन के साथ कॉलेज के लिए निकली थी. थोड़ी दूर पहुंचते के बाद उसने छोटी बहन को रास्ते से घर वापस भेज दिया. इसके बाद छात्रा के वापस घर नहीं आने पर पिता ने सात सिंतबर को तुषार उर्फ आकाश के खिलाफ शिकायत की. इसके बाद 11 सितंबर को पुलिस ने छात्रा को तलाश कर परिवार के सुपुर्द कर दिया. पिता का आरोप है कि तहरीर देने के बाद भी पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया गया. इस पर उन्होंने कोर्ट में अर्जी दायर कर दी. दो माह बाद कोर्ट ने एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है.
पारा थाना प्रभारी श्रीकांत राय ने बताया कि छात्रा का तुषार नाम के युवक से प्रेम प्रसंग था. तुषार के साथ जाने से पहले युवती ने आर्य मंदिर ने प्रेम विवाह किया था. पिता की शिकायत पर छात्रा को सकुशल बरामद कर परिजनों के सुपर्द कर दिया गया था. छात्रा ने वापस आने के बाद कोई आरोप नहीं लगाया था. हालांकि पिता का आरोप है कि बेटी को अगवा कर उसके साथ तुषार उर्फ आकाश रावत ने दुराचार किया है. कोर्ट के आदेश पर अपहरण, दुष्कर्म और जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल की जा रही है.