लखनऊःकेंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध बढ़ता जा रहा है. प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता विरोधी दल रामगोविंद चौधरी सोमवार को पार्टी नेताओं के साथ इस नए कानून के विरोध में अपने आवास पर धरने पर बैठ गए हैं. रामगोविंद ने कहा कि केंद्र सरकार मनमानी कर रही है.
किसानों की मांग पर ध्यान नहीं दे रही सरकारः रामगोविंद किसानों के हित में नहीं कृषि कानून
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए रामगोविंद चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के हित में नहीं है. यह जो कानून लाए गए हैं वह सिर्फ और सिर्फ कारपोरेट घराने और उद्योगपतियों के लिए लाए गए हैं. केंद्र सरकार मनमानी कर रही है. किसानों की मांग पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. हम लोगों को घरों पर ही नजरबंद कर दिया गया है.
जारी रहेगा धरना
राम गोविंद ने कहा कि ऐसी स्थिति में हम लोग धरने पर बैठे हैं. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर पूरे प्रदेश भर में समाजवादी पार्टी के नेता कार्यकर्ता धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. यह धरना-प्रदर्शन केंद्र सरकार द्वारा जब तक कृषि कानूनों को वापस लेने का काम नहीं किया जाएगा तब तक जारी रहेगा.
सरकारी उपक्रमों को बेच रही सरकार
नेता विरोधी दल रामगोविंद चौधरी ने कहा कि 1952 में जो भी सरकारी उपक्रम लगाए गए थे, उन्हें यह सरकार बेचने का काम कर रही है. एयरपोर्ट पर रेलवे बेचने के बाद अब बीएसएनएल व एलआईसी को भी बेचने की तैयारी चल रही है. किसानों को कारपोरेट घराने के हाथों में गिरवी रखने की तैयारी कर रही है.
पूंजीपतियों का गुलाम हो रहा देश
समाजवादी पार्टी के नेता विरोधी दल रामगोविंद चौधरी ने कहा कि पहले हम लोग अंग्रेजों के गुलाम थे. केंद्र सरकार अब देश की जनता को पूंजीपतियों के हाथों गुलाम बनाना चाहती है. बताते चलें कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानून के विरोध में लगातार राजनीतिक दल प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी क्रम में सोमवार को समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और नेता विपक्ष रामगोविंद चौधरी ने अपने आवास पर ही धरना देकर केंद्र व प्रदेश सरकार की नीतियों के विरोध में प्रदर्शन किया. इस दौरान नेता विरोधी दल के घर के आसपास सुरक्षा व्यवस्था के भी कड़े इंतजाम किए गए थे.