लखनऊ:पूरी दुनिया के साथ भारत में भी पवित्र महीने रमज़ान का आगाज़ हो गया है. इस्लामी महीना रमज़ान मुसलमानों के लिए बेहद अहम और पाक माना जाता है. इस पूरे महीने मुसलमान अल्लाह की ज़्यादा से ज़्यादा इबादत और खुद भूखे रहकर ज़रूरतमंदों की मदद करते हैं. रमज़ान और अन्य धार्मिक मामलों से जुड़े सवालों के जवाब के लिए लखनऊ से रमज़ान हेल्पलाइन का आगाज़ किया गया है.
इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया की ओर से जारी हुई रमज़ान हेल्पलाइन के बारे में बताते हुए मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि रोजा और अन्य इबादतों के सही होने के लिए मसायल का जानना जरूरी है. इसके बिना खुदा की इबादत का हक अदा नहीं किया जा सकता. कुरान पाक में ईमान वालों से कहा गया है कि अगर तुम को किसी चीज के बारे में मालूम ना हो तो अहले इल्म से पूछ लो.
मौलाना फरंगी महली ने कहा कि इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के अंतर्गत साल 2002 में वालिद हजरत मौलाना अहमद मियां फरंगी महली की निगरानी में रमजान हेल्पलाइन कायम की गई थी. उन्होंने इसकी विशेषता पर रोशनी डालते हुए बताया कि इसमें रमजान की अहमियत के साथ-साथ रोजा, ज़कात, तरावी, इफ्तार, सहरी, नमाज व अन्य समस्याओं से संबंधित सवाल किए जाते हैं.