लखनऊ:मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को आला अधिकारियों से साथ त्योहारों के दृष्टिगत सुदृढ़ कानून-व्यवस्था और श्रद्धालुओं की सुविधाओं के संबंध में की जा रहीं तैयारियों की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होने वाला है. इसमें देश-विदेश से धर्म, राजनीति, उद्योग, विज्ञान, सिनेमा, साहित्य, कला सहित अनेक क्षेत्रों के लोग शामिल होंगे. कानून-व्यवस्था की दृष्टि से आने वाला समय अत्यंत संवेदनशील है. ऐसे में पुख्ता इंतजाम किए जाएं.
सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर 2024 में रामलला के विराजने के इस अवसर पर दिन में लोग देव मंदिरों में भजन-कीर्तन करेंगे और सायंकाल श्रीरामज्योति जलाकर दीपोत्सव मनाएंगे. इस दिन पूरे प्रदेश में सार्वजनिक अवकाश होगा. सीएम ने कहा कि प्रयागराज में त्रिवेणी तट पर माघ मेला की तैयारियां समय से पूर्ण कर ली जाएं. माघ मेले का पहला स्नान 15 जनवरी को होगा. हर श्रद्धालु-हर कल्पवासी अपने व्रत-संकल्प की पूर्ति अपनी आस्था अनुरूप कर सकें, इसके लिए अच्छी व्यवस्था की जाए. कहा कि यह आयोजन प्रयागराज कुम्भ 2025 का पूर्वाभ्यास है.
सीएम योगी ने कहा कि 22 जनवरी के बाद अयोध्या में हर दिन 2 से 3 लाख श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना है. परिवहन विभाग कम से कम 500 अतिरिक्त बसों की व्यवस्था करे. सीएम ने कहा कि अयोध्या में होटलों, धर्मशालाओं, टेंट सिटी और होम स्टे की आवासीय सुविधा को और बेहतर करने की आवश्यकता है. इनकी संख्या को बढ़ाया जाना आवश्यक है. जो लोग भी यहां रुकें, उन्हें बेहतर आतिथ्य मिले. सीएम ने कहा कि अयोध्या में कम से कम 10 हजार से अधिक सीसीटीवी लगाए जाएं. अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह और उसके बाद अयोध्या आने वाले हर मार्ग को ग्रीन कॉरिडोर के रूप में तैयार किया जाए.