लखनऊ: कांग्रेस पार्टी को जिस समय मरहम की जरूरत है, उस समय पार्टी को जख्म ही जख्म मिल रहे हैं. पहले इस्तीफों की झड़ी और अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को पार्टी छोड़कर जाने का भी सिलसिला शुरू हो गया है. 20 साल बाद एक बार फिर कांग्रेस के सीनियर लीडर डॉ. संजय सिंह भाजपा में शामिल होंगे. 1996 में वे पहली बार कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में गए थे, लेकिन 1999 में वापस कांग्रेस में आ गए थे.
जानें डॉ. संजय सिंह का राजनीति सफर-
- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. संजय सिंह ने अपनी राजनीति कांग्रेस पार्टी से ही शुरू की थी, लेकिन वह लगातार कांग्रेस में टिके नहीं रह सके.
- उन्होंने कई पार्टियों में अपनी जगह तलाशी और जगह हासिल भी की.
- इन पार्टियों में जनमोर्चा, समाजवादी जनता दल और भारतीय जनता पार्टी शामिल हैं.
- हालांकि कांग्रेस पार्टी ने ही उन्हें सबसे ज्यादा तवज्जो दी और मंत्री से लेकर राज्यसभा सांसद तक बनाया.
- वर्ष 1977 से 1980 तक वह यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे.
- 1977 में उन्होंने संजय गांधी के साथ मिलकर बड़ा आंदोलन किया और 1980 में कांग्रेस पार्टी की सरकार की वापसी में उनकी अहम भूमिका रही.
- 1980 में वे पहली बार विधायक बने और श्रीपद मिश्रा के मुख्यमंत्री बनने पर 1982 में संजय सिंह राज्य सरकार में मंत्री बने और1989 तक पर मंत्री रहे.
- इसके बाद वीपी सिंह के साथ उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोड़ी और जनमोर्चा के साथ हो लिए.
- इसके बाद 1990 में चंद्र शेखर की पार्टी समाजवादी जनता दल में शामिल हो गए.
- 1990 में वे समाजवादी जनता दल से राज्यसभा सांसद बने और केंद्र सरकार में केंद्रीय संचार राज्यमंत्री बने.
- 1989 में समाजवादी जनता दल की लहर के आगे वह कांग्रेस से चुनाव हार गए थे.
- 1996 में भाजपा में शामिल हुए और अमेठी से चुनाव लड़े. इस चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के कैप्टन सतीश शर्मा को हरा दिया.