लखनऊ: देश आज पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की जयंती मना रहा है. राजीव गांधी ने 40 साल की आयु में पीएम का पद संभाला और कांग्रेस के नाम ऐसा रिकॉर्ड बना दिया जो आजादी के बाद से अब तक कायम है. बता दें कि कांग्रेस के गठन से लेकर अब तक कोई अध्यक्ष ऐसा नहीं हुआ जो राजीव गांधी के बनाए रिकॉर्ड के आसपास भी पार्टी को ले जाने में सफल हो पाया हो. राजीव गांधी की विजयश्री का यह रिकॉर्ड कई दशकों से लगातार बरकरार है, बल्कि कांग्रेस के इतिहास का यह ऐसा रिकॉर्ड है जो मील का पत्थर साबित हो रहा है.
कांग्रेस ने ध्वस्त किए थे सारे रिकॉर्ड
दरअसल, वह साल था 1984 जब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष की कमान एक युवा राजीव गांधी के हाथ में सौंपी गई. राजीव की मां और देश की पीएम इंदिरा गांधी का स्वर्गवास हो चुका था और देशवासियों के आवाहन पर राजीव ने राजनीति में कदम रखा. 1984 में देश में लोकसभा चुनाव हुआ और कांग्रेस ने जीत के पिछले सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर डाले. इंदिरा की सहानुभूति और लोगों में राजीव के प्रति अपनापन इस कदर सामने आया कि लोकसभा चुनाव के इतिहास में रिकॉर्ड कायम हो गया. 404 सीट और 49.1℅ मतों के साथ कायम हुए जीत के इस रिकॉर्ड के बाद 40 साल के राजीव देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री बने. कांग्रेसी अध्यक्ष के रूप में यह ऐसा रिकॉर्ड था जो आजादी के बाद से देश में हुए पहले लोकसभा चुनाव से लेकर आज तक कायम है. हालांकि राजीव के अध्यक्ष रहते ही आगे के सालों में हुए चुनाव में सीटों के साथ ही जीत के परसेंटेज का ग्राफ भी गिरने लगा था. 1989 में जब लोकसभा चुनाव हुआ तो कांग्रेस के अध्यक्ष राजीव गांधी ही थे और तब कांग्रेस को 197 सीटें और 39.3% मत ही मिले थे. इसके बाद जब 1991 में चुनाव हुए तो कांग्रेस की सीटें तो 197 से 244 पहुंच गईं, लेकिन मतों का प्रतिशत लगभग तीन प्रतिशत नीचे गिरकर 36.6 फीसद ही रह गया.