लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों प्रदेश के हर जनपद से राजधानी को जोड़ने के लिए 150 राजधानी एक्सप्रेस बस सेवाओं को हरी झंडी दिखाई थी. इन बसों की खासियत यह है कि यह समय पर संचालित होती हैं और यात्रियों को समय पर उनकी मंजिल तक पहुंचाती हैं. अब यात्रियों को शिकायतों को दूर करने के लिए परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक संजय कुमार ने अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किए हैं. राजधानी एक्सप्रेस की शिकायतें सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर सुनी जाएंगी और उनका समाधान किया जाएगा. परिवहन निगम के एमडी ने कहा है कि 'शिकायतों का समाधान करने में अगर लापरवाही बरती गई तो संबंधित अधिकारी पर कड़ा एक्शन लिया जाएगा.'
राजधानी एक्सप्रेस बस सेवा की शिकायतों का सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर तत्काल होगा समाधान, लापरवाही पर होगी कार्रवाई
लखनऊ से 150 राजधानी एक्सप्रेस बस सेवाओं की शुरूआत की गई थी. इन बसों की शिकायतों को सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर सुना जाएगा. परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक ने अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किए हैं.
चार मार्च को उत्तर प्रदेश के सभी जिलों से लखनऊ के लिए राजधानी एक्सप्रेस बस सेवा को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्रीन सिग्नल देते हुए रवाना किया था. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह की इस महत्वाकांक्षी योजना को लेकर परिवहन निगम के अधिकारी भी अलर्ट हैं. परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक संजय कुमार ने इसकी प्रतिदिन समीक्षा किए जाने के निर्देश दिए, साथ ही ट्विटर और व्हाट्सएप पर राजधानी एक्सप्रेस सेवा को लेकर आने वाली हर समस्या और शिकायत की मॉनिटरिंग की जाएगी. सभी परिक्षेत्रों के लिए आने वाली शिकायतों और उसके निस्तारण किए जाने का डाटा तैयार किया जाएगा. इसके अलावा संचालन की भी समीक्षा गूगल लिंक पर की जाएगी. एक गूगल लिंक पर सभी परिक्षेत्रों को आय, किलोमीटर, यात्रियों की संख्या आदि की एंट्री करनी होगी. परिक्षेत्रों के दिए गए डाटा और ट्वीटर, व्हाट्सएप पर आने वाली शिकायतों के आधार पर मुख्यालय पर प्रधान प्रबंधक समीक्षा करेंगे.
प्रबंध निदेशक संजय कुमार ने बताया कि 'जिन परिक्षेत्रों में शिकायतें मिलेंगी, उन शिकायतों को निस्तारित किया जाएगा. दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. राजधानी एक्सप्रेस बस सेवा को लेकर किसी तरह की कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.'
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