जयपुर:बीते 2 दिनों से राजस्थान और यूपी के बॉर्डर पर चल रही बस पॉलिटिक्स भले ही बॉर्डर पर समाप्त हो गई हो, लेकिन इस मामले में राजनीतिक प्रतिक्रियाएं अब भी आना जारी हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने गुरुवार को कहा कि यूपी सरकार को इतना मजबूत माना जाता है, क्या मदद लेने से कोई छोटा बन जाता है?
यूपी सरकार की सोच संकीर्ण: सचिन पायलट - rajasthan news
बसों को लेकर हुई राजनीति पर डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि मदद करने के लिए कोई बहाना नहीं होता है और मदद नहीं करनी हो तो उसके हजारों बहाने होते हैं. उन्होंने कहा कि यूपी सरकार ने कभी गाड़ियों के पेपर की बात की तो कभी गाड़ियों की संख्या की, अगर वहां 5 बसें भी मजदूरों की सहायता के लिए भेजी जातीं तो उसे सरकार को लेना चाहिए था.
पायलट ने कहा कि हो सकता है कि यूपी सरकार अपना काम कर रही हो, लेकिन पार्टी की तरफ से प्रियंका गांधी ने एक महासचिव के तौर पर इन बसों का इंतजाम किया था. इसका इंतजाम कोई राजस्थान सरकार ने नहीं किया था बल्कि पार्टी ने किया था. मानवता को देखते हुए इस तरीके से मदद करना क्या कोई गलत बात है? जिस तरह कांग्रेस के लोगों पर मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं और उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है, वो ठीक नहीं है.
डिप्टी सीएम ने कहा कि जब भारत सरकार ने यह आदेश दिया है कि 30 जून तक बसों के फिटनेस अगर नहीं हो सके हो तो उसकी आवश्यकता नहीं है. ऐसे में कभी यह कहना कि उनके पेपर पूरे नहीं है और कभी यह कहना कि बसों की संख्या कम है तो ये गलत है. अगर बसों की संख्या पांच भी होती तो क्या उत्तर प्रदेश सरकार को उन्हें भी नहीं लेना चाहिए था. सचिन पायलट ने कहा कि मदद करने के लिए कोई बहाना नहीं होता है और मदद नहीं करनी हो तो उसके हजारों बहाने होते हैं. संकट के समय में अगर कोई किसी की सहायता करता है तो इसमें किसी को संकोच नहीं होना चाहिए.