लखनऊ: लोकसभा चुनावों से ठीक पहले अपनी पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक बनाने वाले रघुराज प्रताप सिंह की पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के दोनों उम्मीदवार लोकसभा चुनाव 2019 में चुनाव हार गए हैं. रघुराज प्रताप सिंह ने प्रतापगढ़ से अक्षय प्रताप सिंह व कौशांबी लोकसभा सीट से शैलेंद्र सिंह को उम्मीदवार बनाया था. इन दोनों सीटों को जीतने के लिए रघुराज प्रताप सिंह ने कई जनसभाएं कीं, लेकिन यह जनसभाएं जनता को लुभाने में कामयाब नहीं हो पाईं. दोनों ही सीटों पर रघुराज प्रताप सिंह के उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा है. इसी के साथ उत्तर प्रदेश की राजनीति में अपने आप को मजबूती से स्थापित करने के लिए रघुराज प्रताप सिंह की चुनौतियां भी बढ़ी हैं, कभी समाजवादी पार्टी सरकार में मंत्री रहे रघुराज प्रताप सिंह व समाजवादी पार्टी के बीच दूरियां बढ़ी हैं.
- प्रतापगढ़ से अक्षय प्रताप सिंह चुनाव मैदान में थे. अक्षय प्रताप सिंह तीसरे स्थान पर रहे. इस लोकसभा सीट पर बीजेपी उम्मीदवार संगम लाल गुप्ता 4,36291 वोट पाकर विजयी रहे हैं. वहीं बसपा के उम्मीदवार अशोक त्रिपाठी 3,18539 वोट पाकर दूसरे नंबर पर रहे.
- कौशांबी लोकसभा सीट से शैलेंद्र कुमार मैदान में थे. शैलेंद्र कुमार तीसरे स्थान पर रहे. लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार विनोद सोनकर 3,83009 वोट पाकर विजयी हुए. वहीं समाजवादी पार्टी उम्मीदवार इंद्रजीत सरोज को 3,44287 वोट मिले.
लोकसभा चुनाव 2019 में जनता ने क्षेत्रीय दलों को नकार दिया है. बताते चलें पार्टी बनाने के बाद रघुराज प्रताप सिंह को लेकर उत्तर प्रदेश में खूब चर्चाएं हो रही थीं. अंदाजा लगाया जा रहा था कि उत्तर प्रदेश को नया राजनीतिक समीकरण मिलेगा, लेकिन रघुराज प्रताप सिंह की पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक लोकसभा चुनाव 2019 में पूरे तरीके से फेल साबित हुई.
राजा भैया ने दो सीट पर उम्मीदवार उतारे, दोनों पर मिली हार
पार्टी बनाने के बाद रघुराज प्रताप सिंह की पार्टी व भाजपा के एलायंस की अटकलें लगाई जा रही थीं. चुनाव से ठीक पहले रघुराज प्रताप सिंह ने कुल 14 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया था. इसके बाद भी भाजपा के साथ रघुराज प्रताप सिंह की पार्टी का गठबंधन नहीं हो सका, जिसके बाद बैकफुट पर आते हुए रघुराज प्रताप सिंह ने सिर्फ दो लोकसभा सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे और इन दोनों ही सीट पर रघुराज प्रताप सिंह के उम्मीदवार नाकामयाब रहे हैं.