लखनऊ: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सोमवार की सुबह 11:50 बजे प्रेसिडेंशियल एक्सप्रेस से चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंचेंगे. इसके बाद वह सीधे राजभवन लखनऊ आएंगे. राष्ट्रपति करीब 28 घंटे राजभवन में ही रुकेंगे और अपने कामकाज करेंगे वहीं अपने करीबियों और रिश्तेदारों, अन्य प्रमुख लोगों से मेल मुलाकात कर उनका हाल जानेंगे. वह मंगलवार को दोपहर करीब 4 बजे वायुसेना के विशेष विमान से दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन के लिए रवाना होंगे. राष्ट्रपति के चारबाग से लखनऊ आने को लेकर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है.
राजभवन में बना मिनी प्रेसीडेंट हॉउस
ईटीवी भारत को राजभवन के विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के लखनऊ प्रवास को लेकर करीब 28 घंटे के लिए राजभवन लखनऊ के अंदर 'मिनी प्रेसिडेंट हाउस' बनाया गया है. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल राजभवन लखनऊ स्थित कार्यालय कक्ष में रहकर अपने कामकाज संपादित करती हैं. उसके ठीक सामने एक बड़े वीआईपी कक्ष को मिनी प्रेसिडेंट हाउस में तब्दील किया गया है. राजभवन के एक उच्च अधिकारी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के लिए हाईटेक तकनीक और विशेष व्यवस्था से लैस एक अलग से विशेष कक्ष बनाए जाने की पुष्टि की है. मिनी प्रेसिडेंट हाउस में रहकर वह कामकाज करेंगे और अपने रिश्तेदारों व अन्य करीबी लोगों से मेल मुलाकात करेंगे.
हाईटेक व्यवस्था रहेगी
राजभवन के अंदर बनाए गए मिनी प्रेसिडेंट हाउस में हाई स्पीड इंटरनेट, हॉटलाइन फोन प्लेटफॉर्म बनाया गया है. लैपटॉप, कंप्यूटर, प्रिंटर और अन्य जरूरी उपकरण लगाए गए हैं. इसके माध्यम से वह जरूरत पड़ने पर अपने कामकाज निपटा सकेंगे तो किसी से भी संपर्क कर सकेंगे. मिनी प्रेसिडेंट हाउस के ठीक सामने बड़े अतिथि गृह में वह मिलने आने वाले अतिथियों से मेल मुलाकात और बातचीत करेंगे और वहीं पर ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर की व्यवस्था की गई है.
प्रेसिडेंट टू सेक्रेटरी की मॉनिटरिंग में रहेगा मिनी प्रेसिडेंट हाउस
राजभवन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राजभवन के अंदर बनाए गए मिनी प्रेसिडेंट हाउस में सभी प्रकार की व्यवस्था की मॉनिटरिंग का काम प्रेसिडेंट टू सेक्रेटरी अंजाम देंगे. इसके साथ ही राष्ट्रपति के दो परिसहाय यानी प्रेसिडेंट टू एडीसी भी उनके साथ रहेंगे और राष्ट्रपति से मिलने आने वाले लोगों की मेल मुलाकात करेंगे, साथ ही अन्य जरूरी कामकाज संपादित कराएंगे.
भेजी गई है राष्ट्रपति से मिलने वाले अतिथियों की लिस्ट
राजभवन के सूत्रों ने यह भी बताया कि राष्ट्रपति से मिलने वाले लोगों की लिस्ट राजभवन और लखनऊ जिला प्रशासन, पुलिस कमिश्नरेट को दी गई है. लखनऊ जिला प्रशासन के अधिकारी खासकर एडीएम रैंक के अधिकारी राष्ट्रपति से मिलने वाले अतिथियों से फोन पर संपर्क कर रहे हैं और उन्हें मिलने की टाइमिंग बता रहे हैं. जानकारी के अनुसार करीब राष्ट्रपति के 2 दिन की 28 घण्टे की विजिट के दौरान करीब 100 लोगों की मेल मुलाकात का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है. राजभवन के प्रवेश द्वार पर राष्ट्रपति से मिलने वाले अतिथियों के नाम की लिस्ट दे दी गई है और इसी लिस्ट के आधार पर उन्हें अंदर इंट्री मिलेगी. वहीं लखनऊ जिला प्रशासन की तरफ से सभी अतिथियों को आने के लिए एंट्री पास भेज दिए गए हैं. जिससे उन्हें किसी प्रकार की समस्या न होने पाए, सुरक्षा के लिहाज से भी यह महत्वपूर्ण रहेगा.
हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के नेतृत्व में जजों की हाई-टी
जानकारी के अनुसार राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस संजय यादव के नेतृत्व में कई जज मुलाकात करेंगे. हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस समेत अन्य जजों को हाई-टी पर राजभवन स्थित मिनी प्रेसिडेंट हाउस आमंत्रित किया गया है. यहां पर वह न्यायधीशों के साथ बातचीत करेंगे और न्यायिक कामकाज के बारे में जानकारी करेंगे. यह कार्यक्रम राजभवन में सोमवार को 6 बजे से होगा. इसके बाद वह अपने कुछ करीबी रिश्तेदार, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अन्य महत्वपूर्ण लोगों के साथ रात्रि भोज करेंगे.
अंबेडकर सांस्कृतिक केंद्र का 29 जून को वर्चुअल शिलान्यास
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 29 जून को लखनऊ में दोपहर करीब 12 बजे डॉक्टर भीमराव अंबेडकर सांस्कृतिक केंद्र की आधारशिला रखेंगे. जिस समारोह में पाणिनी कन्या महाविद्यालय की छात्राएं स्वस्तिवाचन और शंखनाद करेंगी. वाराणसी के महमूरगंज रानीपुर स्थित पाणिनी कन्या महाविद्यालय में छात्रों को वेद की शिक्षा दी जाती है, इसके साथ ही छात्रों को शस्त्र शिक्षा भी दी जाती है. यही की छात्राएं सुबह वाराणसी पर प्रतिदिन यज्ञ और वेद पाठ करती हैं. इसके लिए रविवार को छात्राएं लखनऊ के लिए रवाना हो गई हैं. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अंबेडकर के नाम पर यह मेमोरियल सांस्कृतिक केंद्र बना रही है और यहां करीब 45 फुट ऊंची अंबेडकर की प्रतिमा लगाई जानी है. अंबेडकर जयंती के अवसर पर 6 दिसंबर तक इस काम को पूरा किए जाने की टाइम लाइन निर्धारित किए जाने की जानकारी शासन के उच्चाधिकारियों द्वारा दी गई है. इसी अंबेडकर सांस्कृतिक केंद्र का शिलान्यास राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित तमाम प्रमुख लोगों की उपस्थिति में करेंगे. योगी आदित्यनाथ सरकार ने करीब 50 करोड़ की लागत से ऐशबाग में इस सांस्कृतिक केंद्र की स्थापना का फैसला किया है, जिसका शिलान्यास राष्ट्रपति से कराया जा रहा है. इस अवसर पर तमाम दलित चिंतक और अंबेडकर महासभा से जुड़े लोग रहेंगे. खासकर अंबेडकर महासभा के अध्यक्ष और योगी सरकार में अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम के अध्यक्ष डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल उपस्थित रहेंगे.