लखनऊ :उत्तर प्रदेश में ज्यादातर इलाकों में झमाझम बारिश हो रही है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश के कारण आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है, वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी बारिश होने से जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है. ज्यादातर काॅलोनियों में सड़कों पर जलभराव तथा नालों के फुल होने की तस्वीरें सामने आईं. बारिश तथा खराब मौसम का असर विमान सेवाओं पर भी पड़ रहा है. सोमवार को राजधानी लखनऊ में आने वाली कई उड़ानें अपने निर्धारित समय से घंटों देरी से पहुंचीं. नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिसको देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी अफसरों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा है. बाढ़ ग्रस्त इलाकों में एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम लगा दी गई है. मौसम विज्ञान विभाग ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के 70 जिलों में बारिश होने तथा 22 जिलों में भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 58% अधिक हुई बारिश :मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 1 जून से लेकर 10 जुलाई तक हुई बारिश में अनुमान बारिश 143.7 मिलीमीटर के सापेक्ष 227.4 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई जोकि सामान्य से 58% अधिक है, वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश में अनुमान बारिश 187.7 मिलीमीटर के सापेक्ष 163.6 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई जोकि 13% कम है. संपूर्ण उत्तर प्रदेश की बात की जाए तो अनुमान बारिश 169.4 मिलीमीटर के सापेक्ष 189.9 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई जो कि सामान्य से 12% अधिक है.
प्रमुख शहरों के तापमान :मौसम विभाग के अनुसार, राजधानी में सोमवार को सुबह से ही बादलों की आवाजाही जारी रही. कई बार रुक-रुककर बारिश होने के साथ ही शाम के समय जोरदार बारिश हुई, जिसके कारण राजधानी लखनऊ की सभी प्रमुख काॅलोनियों की सड़कों पर जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई. इसके साथ ही एयरपोर्ट जाने वाले रास्तों पर भी पानी भर गया. अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जोकि सामान्य है, वहीं न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो कि सामान्य से 1 डिग्री सेल्सियस कम है. मौसम विज्ञान विभाग ने राजधानी लखनऊ में मंगलवार को आसमान में बादल छाए रहने व भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया है. अधिकतम तापमान 34 व न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.