लखनऊ :लंबी दूरी की ट्रेनों के बाद अब रेलवे प्रशासन इंटरसिटी और पैसेंजर सर्विस को भी चलाने का प्लान कर रहा है. पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने आगरा इंटरसिटी के बाद अब गोरखपुर ऐशबाग इंटरसिटी एक्सप्रेस के संचालन पर मुहर लगा दी है. इसके अलावा लखनऊ-कानपुर के बीच चलने वाली मेमू ट्रेन के रैक को भी संवारा जा रहा है. इस महीने के आखिरी तक रेलवे कई इंटरसिटी ट्रेनों को संचालित कर सकती है.
शुरू होगी मेमू और इंटरसिटी ट्रेनें
मार्च के लॉकडाउन से मेमू और इंटरसिटी ट्रेनों कासंचालन बन्द था. पिछले महीने ही ईस्ट कोस्ट रेलवे ने बिहार में पैसेंजर ट्रेनों का संचालन शुरू किया. पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल ने ट्रेन 05069/05070 गोरखपुर-ऐशबाग इंटरसिटी एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन चलाने के आदेश दिए हैं. अब गोरखपुर जाने के लिए आसानी से छठ पर्व और दिवाली में रिजर्वेशन मिल जायेगा. हालांकि इस ट्रेन में भी जनरल क्लास के टिकट नहीं मिलेंगे. यात्रियों को सेकेंड सीटिंग क्लास का रिजर्वेशन कराना होगा. यह ट्रेन 13 नवंबर से ऐशबाग से जबकि 14 नवंबर से गोरखपुर से अगले आदेश तक हर रोज संचालित होगी.
रेलवे जल्द शुरू करेगा इंटरसिटी और पैसेंजर ट्रेनों का संचालन 05070 ऐशबाग-गोरखपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन ऐशबाग से प्रतिदिन शाम 4:25 बजे रवाना होगी. यह ट्रेन बादशाह नगर से शाम 4:55 बजे होते हुए बाराबंकी, गोंडा, बलरामपुर, तुलसीपुर, पचपेड़वा, बढ़नी, शोहरतगढ़, नौगढ़ और आनन्द नगर होकर रात 11:55 बजे गोरखपुर पहुंचेगी. इसी तरह ट्रेन 05069 गोरखपुर-ऐशबाग इंटरसिटी एक्सप्रेस गोरखपुर से तड़के 3:45 बजे चलकर सुबह 10:07 बजे बादशाह नगर और 10:40 ऐशबाग पहुंचेगी. इस ट्रेन में जनरेटर सह लगेजयान की दो बोगियों के साथ, द्वितीय श्रेणी कुर्सीयान की सात, साधारण द्वितीय श्रेणी की चार, एसी थर्ड की दो और एसी चेयरकार के दो कोच लगे होंगे.
कोरोना के कारण बंद की गई थीं ट्रेनें
देश भर में कोरोना के कारण मार्च माह में लॉकडाउन लगा दिया गया था. जिसके चलते ट्रेनें भी पटरियों पर दौड़ने के बजाय यार्ड में खड़ी कर दी गई थीं. सिर्फ श्रमिक ट्रेनों का ही संचालन कर प्रवासी श्रमिकों को उनके घर भेजा गया था. इसके बाद 1 जून से देश भर में 200 ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ और 12 सितंबर से स्पेशल ट्रेनें संचालित की जा रही हैं. लेकिन कम दूरी की ट्रेनों को अभी भी हरी झंडी नहीं दी गई है. अब धीरे-धीरे करके इन ट्रेनों को भी यार्ड से बाहर लाकर पटरियों पर दौड़ाए जाने की तैयारी है. कम दूरी की ट्रेनों में रोजाना सफर करने वाले यात्रियों की काफी संख्या होती है और उन्हें अभी सफर में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. साधनों के अभाव के अलावा उनकी जेब का बजट भी महंगे किराए के चलते बिगड़ रहा है. कम दूरी की ट्रेन चलने से उन्हें राहत मिल सकती है.