लखनऊ: कोविड-19 के चलते पीएम मोदी के रविवार को जनता कर्फ्यू के एलान के बाद तमाम ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, जिसे लेकर पूर्वोत्तर रेलवे की डीआरएम मोनिका अग्निहोत्री ने यात्रियों से सहयोग देने की अपील की है. उनका कहना है कि यात्रियों की बुक टिकट रिफंड के नियमों में बदलाव किया गया है, जिसे लेकर किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं है.
यात्री इतने दिनों में पा सकेंगे रिफंड
भारतीय रेलवे की ओर से पीआरएस काउंटर की जारी टिकटों की धन वापसी में छूट प्रदान की गई है. ई-टिकट के लिए सभी नियम समान हैं, क्योंकि यात्री को टिकट वापसी के लिए स्टेशन आने की जरूरत नहीं है. यह छूट 21 मार्च से 15 अप्रैल तक की यात्रा अवधि के लिए है. 21 मार्च से 15 अप्रैल के मध्य जो गाड़ियां निरस्त की गई हैं, उनके लिए ये नियम लागू हैं. यात्रा की तारीख से 45 दिनों तक टिकट जमा करने पर रिफंड लिया जा सकता है.
TDR (टिकट जमा रसीद) स्टेशन पर यात्रा की तारीख से 30 दिनों के भीतर टिकट जमा किया जा सकता है. मौजूदा तीन दिनों के नियम के स्थान पर TDR को CCO/CCM दावा कार्यालय में प्रस्तुत किया जा सकता है. ट्रेन चार्ट के सत्यापन के लिए TDR दाखिल करने के 60 दिनों के भीतर धन वापसी हो सकती है. जो यात्री 139 के माध्यम से टिकट रद्द करना चाहते हैं. वे यात्रा की तारीख से 30 दिनों के भीतर काउंटर पर रिफंड प्राप्त कर सकते हैं.
पूर्वोत्तर रेलवे की कई गाड़ियां निरस्त
21 मार्च को 12 बजे से (21/22 मार्च, 2020 की मध्य रात्रि से) 22 मार्च को 10 बजे रात तक पूर्वोत्तर रेलवे के महत्वपूर्ण स्टेशनों गोरखपुर, लखनऊ जं., बस्ती, गोण्डा, बुढ़वल, सीतापुर, मनकापुर, नौतनवा, नानपारा, बहराइच, थावे, सीवान, भटनी, वाराणसी सिटी, छपरा, छपरा कचहरी, मंडुवाडीह, बलिया, गाजीपुर सिटी, मऊ, आजमगढ़, काठगोदाम, फर्रुखाबाद, कासगंज, रामनगर, टनकपुर, बरेली सिटी, लालकुआं, काशीपुर आदि से प्रस्थान करने वाली सभी सवारी गाड़ियां निरस्त रहेंगी.