लखनऊ: ट्रेन से होने वाले हादसों के लिए रेलवे प्रशासन प्लान तैयार कर रहा है. इसके तहत लखनऊ से गोरखपुर रेलवे ट्रैक पर होने वाले हादसों पर नकेल कसने के लिए दोनों तरफ से दीवार बनाने की तैयारी है. रेलवे बोर्ड की तरफ से इसकी अनुमति मिल चुकी है. 270 किलोमीटर लंबे लखनऊ से गोरखपुर के रूट का इस साल करीब 30 किलोमीटर की दूरी तक का काम पूरा होगा.
हादसों पर रोक लगाने के लिए ट्रैक के दोनों तरफ दीवार बनाएगा रेलवे - रेलवे की न्यूज हिंदी में
रेलवे ट्रैक के दोनों ओर दीवार बनाने की तैयारी हो रही है ताकि हादसों को रोका जा सके.
लखनऊ से गोरखपुर तक रेलवे ट्रैक पर ट्रेनों की स्पीड में बढ़ोतरी की जानी है. इसके मेंटीनेंस का काम पूरा हो चुका है. इसके अलावा एक किलोमीटर के दायरे में ट्रेनों को संचालित करने के लिए पूरे रूट को ऑटोमेटिक ब्लॉक सिग्नलिंग सिस्टम से लैस किया जा रहा है. इसका भी काम प्रारंभ हो गया है. इस काम को एक साल में पूरा कर लिया जाएगा. ऐसे में ट्रेनों की स्पीड पर ब्रेक न लगे, इसके लिए दीवार बनाई जाएगी.
इस साल गोंडा के पास करीब 30 किलोमीटर के ट्रैक का काम पूरा किया जाएगा. इसके बाद अगले वर्ष पूरे ट्रैक को दीवार से लैस किया जाएगा. पूर्वोत्तर रेलवे के अधिकारी बताते हैं कि ट्रैक पर जानवरों के आने की घटनाएं काफी ज्यादा बढ़ रही हैं. इससे ट्रेनों के संचालन पर विपरित असर पड़ रहा है. अब तक तमाम ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं जिनमें जानवरों के ट्रैक पर आने के चलते ट्रेन हादसा हो गया. इस तरह के हादसे फिर से न हों इसे लेकर तैयारी की जा रही है.
पूर्वोत्तर रेलवे जहां ट्रक के दोनों तरफ दीवार बनाने की तैयारी कर रहा है, वहीं उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की तरफ से घनी बस्तियों के किनारे नुकीले तार खिंचवाई जा रहे हैं जिससे कोई व्यक्ति या फिर मवेशी ट्रैक की तरफ न आ सके. अक्सर इस तरह की घटनाएं भी शहर के आसपास क्षेत्र में आती हैं जहां पर बस्तियों के किनारे बसे लोग ट्रैक पर आ जाते हैं और दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं. पूर्वोत्तर रेलवे के मंडला रेल प्रबंधक (डीआरएम) आदित्य कुमार ने बताया कि जल्द ही काम शुरू कराया जाएगा. इससे ट्रेनों की समय सारिणी में भी सुधार होगा.
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