लखनऊ : देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की जयंती 20 अगस्त को है. हर साल देश भर में धूमधाम से राजीव गांधी की जयंती को सद्भावना दिवस के रूप में मनाया जाता है. सरकार भी पूर्व प्रधानमंत्री की जयंती पर कार्यक्रमों का आयोजन करती है. किसी के जन्मदिवस को उसी दिन या उसके बाद मनाने के लिए कार्यक्रमों के आयोजन के बारे में तो सभी ने सुना होगा, लेकिन किसी ने भी ऐसा पहले कभी नहीं सुना होगा कि किसी के जन्मदिन के पहले ही उसका जन्मदिन मना लिया जाए. हालांकि रेलवे ने यह कारनामा कर डाला है. राजीव गांधी की जयंती 20 अगस्त को है, उस दिन रविवार है और उससे पहले शनिवार को भी केंद्रीय कार्यालय बंद रहते हैं. लिहाजा उत्तर रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे ने शुक्रवार को ही राजीव गांधी की जयंती सद्भावना दिवस के रूप में मन डाली. "ईटीवी भारत" ने जब इस मामले में विद्वतजनों से बात की तो वे रेलवे के इस कारनामे से हैरान हैं. जब रेलवे के अधिकारियों से इस बारे में जानकारी ली तो वे बात करने से ही कतरा रहे हैं.
उत्तर और पूर्वोत्तर रेलवे ने दो दिन पहले मनाई पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती, जानिए कारण
रेलवे प्रशासन ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती समय से पहले मनाकर अनोखी रीति चला दी है. 20 अगस्त को राजीव गांधी की जयंती सद्भावना दिवस के रूप में मनाई जाती है. 20 अगस्त को रविवार होने के कारण उत्तर रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे ने यह आयोजन 18 अगस्त को ही कर डाला.
मंडल रेल प्रबन्धक आदित्य कुमार ने मंडल कार्यालय परिसर में सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को राष्ट्रीय सद्भावना को बनाए रखने की सामूहिक रूप से शपथ दिलाई. कहा कि हमें जाति, सम्प्रदाय, क्षेत्र, धर्म या भाषा का भेदभाव किये बिना सभी देशवासियों की भावनात्मक एकता और सद्भावना के लिए कार्य करना चाहिए. हम हिंसा का सहारा लिए बिना सभी प्रकार के मतभेद बातचीत और संवैधानिक माध्यमों से सुलझाएंगे. लखनऊ स्थित मंडलीय कार्यालय में मंडल रेल प्रबंधक डॉ. मनीष थपल्यािल ने सभी धिकारियों और कर्मचारियों को सदभावना की शपथ दिलाई गई. जीवन में इसका अनुसरण करते हुए कार्य करने का संकल्प लिया गया.
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