लखनऊ:त्योहारों को ध्यान में रखते हुए यात्रियों की सुविधा के लिए ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया गया है, लेकिन यात्रियों को सुरक्षित मंजिल तक पहुंचाने वाले लोको पायलट और गार्ड के लिए अब तक सर्दी से बचने के इंतजाम नहीं किए गए हैं. इसको लेकर लोको पायलटों ने शिकायत भी दर्ज कराई है. दरअसल, रेलवे बोर्ड ने ट्रेन ड्राइवर, गार्ड और टीटीई के लिए रनिंग रूम में सर्दी से बचाव के लिए दो बार दिशा-निर्देश जारी किए थे, लेकिन अब तक कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं.
लखनऊ: लोको पायलट और गार्ड के लिए सर्दी से बचने की नहीं है कोई व्यवस्था - ठिठुर रहे लोको पायलट और गार्ड
उत्तर रेलवे बोर्ड ने ट्रेन ड्राइवर, गार्ड और टीटीई के लिए रनिंग रूम में सर्दी से बचाव के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं करने के आदेश दिए थे. रेलवे बोर्ड के आदेश के बावजूद अभी तक यह व्यवस्थाएं नहीं हो पाई हैं. इसी के चलते ट्रेन ड्राइवर, गार्ड और टीटीई ठिठुरने पर मजबूर हैं.
ठिठुर रहे लोको पायलट और गार्ड
बता दें कि पहले बोर्ड ने आदेश दिए कि रनिंग रूम में हवा से बचने के लिए दरवाजों को ठीक कर पर्याप्त संख्या में हीटर की व्यवस्था की जाए. इसके बाद बोर्ड ने दूसरा आदेश दिया कि रनिंग रूम में कंबल, बेड पर नई चादर, तकिया, कवर और बेडशीट का उपयोग किया जाए. हालांकि रनिंग रूम में लोको पायलट, गार्ड और टीटीई को तकिया, कवर और चादर दिए जा रहे हैं, लेकिन उनके लिए कंबल की उपलब्धता अभी तक नहीं हो पाई है, जिसके चलते कर्मचारी ठिठुर रहे हैं.
दर्ज कराई शिकायत
उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल में करीब 700 गार्ड और 1000 लोको पायलट हैं. लखनऊ में 90 बिस्तरों वाला मेन रनिंग रूम है. इसके अलावा यार्ड आलमनगर के बाद सुल्तानपुर, वाराणसी, मुगलसराय, प्रतापगढ़, प्रयाग, संगम, फैजाबाद, शाहगंज और जौनपुर में भी गार्ड और लोको पायलटों को यही समस्या झेलनी पड़ रही है. फैजाबाद में एक साथ 10 लोको पायलटों ने इसकी शिकायत भी दर्ज कराई है. उत्तरीय रेलवे मजदूर यूनियन के मंडल मंत्री रवि भूषण सिन्हा और सचिव एमके मेहरोत्रा ने डीआरएम को पत्र लिखकर तत्काल कंबल और हीटर की उपलब्धता की मांग की है.