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सीटीईटी में विज्ञान, इतिहास व भूगोल के प्रश्नों में उलझे अभ्यर्थी, आज भी दो पालियों में परीक्षा - प्रश्नों में उलझे अभ्यर्थी

केन्द्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा बुधवार से शुरू हुई. पहले दिन राजधानी के 16 केंद्रों पर परीक्षा दो पालियों में हुई. अभ्यर्थियों के अनुसार विज्ञान, अंग्रेजी, इतिहास और भूगोल के प्रश्न काफी उलझाऊ रहे. गुरुवार को भी इन्हीं केंद्रों पर दो पालियों में परीक्षा होगी. इस परीक्षा ऑनलाइन हो रही है.

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Published : Dec 29, 2022, 8:50 AM IST

लखनऊ: केन्द्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (Central Teacher Eligibility Test) का आयोजन राजधानी के 16 केंद्रों पर दिया गया. पहले दिन की परीक्षा में विज्ञान, अंग्रेजी, इतिहास और भूगोल के प्रश्नों ने अभ्यर्थियों की कड़ी परीक्षा (tough test of candidates) ली. ईवीएस के तार्किक आधारित प्रश्नों ने अभ्यर्थियों को खूब छकाया. अभ्यर्थियों को इन्हें हल करने में समय लगा. साथ ही बहुत से अभ्यर्थियों ने बताया कि कठिन प्रश्न छोड़ ही दिए. परीक्षा में बड़ी तादाद में लड़कियां शामिल हुईं. ऑनलाइन परीक्षा होने की वजह से पहले करीब दो घंटा पहले ही परीक्षा केन्द्र में सघन तलाशी के साथ प्रवेश मिलना शुरू गया.

सीबीएसई के क्षेत्रीय समन्वयक जावेद आलम (CBSE regional coordinator Javed Alam) ने बताया कि दो दिन चलने वाली परीक्षा की पहली पाली सुबह साढ़े नौ से दोपहर 12 बजे एवं दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर ढाई से शाम 5 बजे तक थी. बुधवार को 16 परीक्षा केन्द्रों पर 10 हजार अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी. पहले दिन दो पालियों की परीक्षा तय समय पर शुरू एवं खत्म हुई.

अभ्यर्थी विकास गौतम (Candidate Vikas Gautam) ने बताया कि दोनों पालियों के प्रश्न पत्र में 150-150 प्रश्न पूछे गए थे. भूगोल के प्रश्न काफी कठिन थे. हल करने में काफी समय लग रहा था. निगेटिव मार्किंग होने की वजह से इन्हें छोड़ दिया. हालांकि अन्य विषयों के प्रश्न आसान थे. सविता राठौड़ ने बताया कि पहली पाली प्राइमरी के प्रश्न पत्र में इवीएस के प्रश्न हल करने में खासी परेशानी हुई. रीजनिंग पर आधारित प्रश्न काफी उलझाऊ थे. इन्हें हल करने में काफी समय लग रहा था. दूसरे विषयों के प्रश्न हल करने में कोई दिक्कत नहीं हुई. अभ्यर्थी नीरज वर्मा ने बताया कि सोशल साइंस के प्रश्न घुमावदार थे. इन्हें समझने में काफी वक्त लग गया. आखिर में कठिन प्रश्नों को छोड़ना पड़ा. ऑनलाइन परीक्षा होने की वजह से कई प्रश्न छूट गए. इसके अलावा एसएसटी के विषयों ने खूब छकाया. इतिहास, भूगोल, अंग्रेजी आदि के प्रश्न का उत्तर सोचने में काफी वक्त लग गया. अन्य विषयों के प्रश्न काफी आसान रहे.

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