लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीरांगना अवंतीबाई अस्पताल में पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत की. इसके तहत रविवार को लखनऊ में 2 लाख 31 हजार 285 बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई गई. इसके लिए शहर भर में 3 हजार10 बूथ बनाए गए थे. वहीं लखनऊ सीएमओ संजय भटनागर ने बताया कि मुख्यमंत्री आरोग्य मेला में हजारों लोगों के गोल्डन कार्ड बनाए गए. साथ ही बच्चों को पोलिंग बूथ तक लाने और पोलियो वैक्सीन का प्रबंध करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमों की मदद ली गई. इसके साथ ही प्रदेश भर के अलग-अलग जिलों में पल्स पोलियो अभियान के तहत बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई गई.
प्रतापगढ़
प्रतापगढ़ जिले में बच्चों को पोलियो दवा पिलाकर डीएम डॉ. नितिन बंसल ने पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत की. डीएम ने मुख्य चिकित्साधिकारी के साथ बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई. डीएम ने बताया कि पल्स पोलियो अभियान के तहत बच्चों को खुराक पिलाकर जानलेवा बीमारी से बचाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि पांच वर्ष से कम उम्र का कोई भी बच्चा पोलियो की खुराक से वंचित नहीं रहना चाहिए. जो भी बच्चे बूथ पर पोलियो की खुराक पीने से छूट जायेंगे, उनको सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों के अलावा विशेष रूप से चिह्नित कर घर-घर जाकर बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों को निर्देश दिए.
कन्नौज
कन्नौज जिले में पल्स पोलियो अभियान के तहत 1 लाख 20 हजार बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई गई. जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. गीतम सिंह ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जलालाबाद में 3 वर्षीय रचित को पोलियो की खुराक पिलाकर अभियान की शुरुआत की. जिले में 789 बूथों पर बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई गई. जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया कि जन्म से लेकर 5 वर्ष के बच्चों को पोलियो की दवा जरूर पिलाएं. प्रत्येक माता-पिता का यह कर्तव्य है कि वह पोलियो बूथ पर जाकर अपने बच्चों को पोलियो की खुराक अवश्य पिलाएं. इस दौरान जिले में जन्म से 5 वर्ष तक के करीब 2.79 लाख बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया था. इसके बाद गठित 571 टीमों द्वारा घर-घर जाकर खुराक पिलाया जाएगा. इसके बाद भी छुटे हुए बच्चों को टीम-बी द्वारा 9 फरवरी को खुराक पिलाई जायेगी.
बहराइच
बहराइच जिले की मुख्य विकास अधिकारी कविता मीना ने जिला महिला चिकित्सालय में बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाकर अभियान की शुरुआत की. उन्होंने लोगों से अपील की कि अपने 5 वर्ष तक के बच्चों को पोलियों की दवा अवश्य पिलाएं, जिससे बच्चा विकलांगता से बच सके और स्वस्थ समाज का निर्माण हो सके. मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. राजेश मोहन श्रीवास्तव ने बताया कि पोलियो से देश मुक्त हो गया है. जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. वीपी वर्मा ने बताया कि जिले में 1805 बूथों के माध्यम से 07 फरवरी तक 1172 टीमों द्वारा पोलियो पिलाया जाएगा.
रविवार को पल्स पोलियो अभियान के तहत सीएचसी कैसरगंज में 115 बूथों पर पोलियो दवा पिलाई गई. पोलियो बूथ की शुरुआत सीएचसी अधीक्षक डॉ एनके सिंह ने किया. स्वास्थ्यकर्मियों ने अपने निर्धारित बूथ स्थल पर पहुंचकर पोलियो अभियान की शुरुआत की. पोलियो अभियान के तहत 8 फरवरी तक घर-घर दवा पिलाने के लिए 65 टीमें लगाई गई है.