लखनऊः राजधानी के आरटीओ और एआरटीओ कार्यालय में अधिकारियों की कमी के कारण आवेदकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसकी वजह है कि एक अधिकारी को छह अधिकारियों का काम दे दिया गया है. एक काम के लिए उन्हें आरटीओ और एआरटीओ ऑफिस के एक के बाद एक चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. जो अधिकारी यहां तैनात हैं, उन्हें अन्य जगहों पर स्थानान्तरित किया जा रहा है.
डाल दिया गया अतिरिक्त भार
राजधानी में सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) पद पर सिद्धार्थ यादव तैनात हैं, लेकिन इन पर सिर्फ अपने पद का ही नहीं. छह अन्य पदों की जिम्मेदारी भी लाद दी गई है. दो अन्य एआरटीओ प्रवर्तन का अतिरिक्त प्रभार इनके पास पिछले कई माह से हैं. हाल ही में ट्रांसपोर्ट नगर स्थित एआरटीओ प्रशासन और देवा रोड स्थित एआरटीओ ऑफिस के एआरटीओ प्रशासन का अतिरिक्त प्रभार भी इन्हें दे दिया गया है. मामला सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है. एक एआरटीओ टेक्निकल का प्रभार भी इन्हें सौंप दिया गया है. इसके साथ कोरोना मरीजों के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था कराए जाने के लिए इन्हें नोडल बनाया गया है. राजधानी में इस समय रोड सेफ्टी सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है. परिवहन विभाग के अधिकारियों ने इसकी भी जिम्मेदारी उनके सिर पर ही डाल दी है.