लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद के सरकारी प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक की भर्ती योगी सरकार के लिए मुसीबत का सबब बन गई है. भर्ती को लेकर सरकार चौतरफा घिर चुकी है. राजधानी में बेसिक शिक्षा विभाग में 97000 नई सहायक भर्ती की मांग को लेकर डीएलएड प्रशिक्षकों ने विधानसभा का घेराव किया. हजारों की संख्या में प्रशिक्षक बापू भवन से लेकर विधानसभा पर जमा हुए. जहां पुलिस ने पहुचकर अभ्यर्थियों पर हल्का बल प्रयोग कर ईको गार्डन पहुंचाया.
प्रशिक्षित अभ्यर्थी लंबे समय से बेसिक शिक्षा में 97000 पदों पर भर्ती का विज्ञापन जारी किए जाने की मांग कर रहे हैं. अभ्यर्थियों का कहना है कि बेसिक शिक्षा विभाग में नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर डीएलएड धारी प्रशिक्षित करीब 3 वर्षों से संघर्ष कर रहे हैं. साथ ही 2022 विधानसभा चुनाव है. आचार संहिता लागू होने में कुछ ही दिन शेष बचे हैं. ऐसे में डीएलएड प्रशिक्षितों में सरकार के खिलाफ आक्रोश है. डीएलएड का प्रशिक्षण परीक्षा नियामक की ओर से 2017 से प्रारंभ किया गया, तब से बेसिक शिक्षा में किसी भी प्रकार की भर्ती नहीं आई है.
97000 पदों पर भर्ती की मांग कर रहे अभ्यर्थी पिछले 20 दिनों से ईको गार्डन में धरना दे रहे हैं. बीते दिनों 97000 नए पदों पर शिक्षक भर्ती को लेकर अभ्यर्थी अचानक भाजपा के प्रदेश कार्यालय पहुंच गए थे और अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करने लगे थे. इसके बाद पुलिस ने इन्हें हिरासत में लेकर ईको गार्डन भेज दिया था.
अभी तक भर्ती प्रक्रिया में आरक्षण में गड़बड़ी के साथ ही 22000 अतिरिक्त पद जोड़े जाने को लेकर अभ्यर्थी प्रदर्शन कर रहे हैं. अब इन दोनों के साथ ही 97 हजार अतिरिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू किए जाने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है. इनकी मांग है कि सरकार 97000 पदों के लिए नई भर्ती निकाले.