लखनऊः केंद्रीय कैबिनेट में 'नागरिकता संशोधन बिल' को मंजूरी मिल गई है. नागरिकता संशोधन बिल का लोकसभा में भी विरोध किया गया. कई बुद्धिजीवी वर्ग इस बिल का विरोध कर रहे हैं. इसी कड़ी में सोमवार को लखनऊ में इस बिल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया.
लखनऊः 'सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल' हमारे लोकतंत्र पर हमला है- ताहिरा हसन - सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल
केंन्द्रीय कैबिनेट में 'नागरिकता संशोधन बिल' (सीएबी) को मंजूरी मिलने के बाद लखनऊ में इस बिल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया.
लखनऊ स्थित गांधी प्रतिमा पर नागरिकता संशोधन बिल का समाजसेवी संगठन द्वारा जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया. सामाजिक संगठन से जुड़े सैकड़ों लोगों ने इस बिल के विरोध में जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शनकारियों ने नागरिकता संशोधन बिल को असंवैधानिक बताते हुए इसका विरोध किया.
प्रदर्शन कर रहीं समाजसेवी ताहिरा हसन ने कहा कि 'सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल' सीधे हमारे लोकतंत्र पर हमला है. बाबा साहब भीमराव आंबेडकर ने जब संविधान बनाया था, उसमें सभी धर्मों के लोगों को बराबरी का दर्जा दिया गया है. जबकि इस बिल में यह कहा जा रहा है कि गैर मुस्लिम को नागरिकता प्रदान की जाएगी. सिर्फ एक कम्यूनिटी यानी मुसलमानों को नागरिकता नहीं दी जाएगी जो असंवैधानिक है. यह बिल आर्टिकल 14 का उल्लंघन है, जिसके खिलाफ आज हम सब विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.