लखनऊ: भारत और चीन के सैनिकों की बीच हुई झड़प में 20 जवानों के शहीद होने के बाद प्रदेश के अलग-अलग जगहों पर लोगों ने प्रदर्शन किया. कहीं लोगों ने चीन के राष्ट्रपति का पुतला फूंका तो कहीं लोगों ने पीएम के नेतृत्व की सराहना भी की. वहीं कानपुर देहात में पूर्व सैनिकों ने पीएम मोदी से सैनिकों की शहादत का बदला लेने की छूट देने की मांग की.
हमीरपुर में लोगों ने फूंका शी जिनपिंग का पुतला
चीन की नापाक हरकत से आक्रोशित कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बुधवार की शाम रोडवेज बस स्टैंड के पास चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला फूंका. इस दौरान उन्होंने चीनी वस्तुओं के आयात पर रोक लगाने की मांग की. उन्होंने कहा कि चीनी सेना के हमले में मारे गए 20 जवानों की शहादत का सरकार चीन को मुंहतोड़ जवाब दे. इसके साथ ही जनता भी स्वदेशी अपनाए और चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करे. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं की अगुवाई कांग्रेस जिलाध्यक्ष नीलम निषाद ने की. उन्होंने उच्चाधिकारियों को राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन भी सौंपा.
उन्नाव में हिंदू जागरण मंच ने जलाई चीनी सामानों की होलिका
चीन और भारत के सैनिकों के बीच हुई झड़प के बाद उन्नाव में हिंदू जागरण मंच ने चीनी सामानों की होलिका जलाई. साथ ही हिंदू जागरण मंच के प्रांतीय मंत्री व प्रभारी विमल द्विवेदी ने लोगों से चीनी सामानों का बहिष्कार करने की अपील की. विमल द्विवेदी ने कहा कि भारत की सेना पूरी तरह से तैयार है. यह नया भारत है. मोदी जी के नेतृत्व में भारत कभी पीछे हटने वाला नहीं है. इस तरह से मैं मोदी जी की भी सराहना करना चाहता हूं कि पहली बार भारतीय सेना को स्वतंत्रता दी गई है कि वह समय पर जैसी स्थिति देखे वैसे निर्णय ले सकती है.
हिंदू जागरण मंच ने फूंका पुतला. कानपुर देहात में लोगों ने की चीनी सामान के बहिष्कार की अपील
भारत और चीन की सेनाओं के बीच हुई झड़प में 20 जवानों के शहीद होने के बाद कानपुर देहात की सड़कों पर जनता, समाजसेवी और पूर्व सैनिक हाथों में तिरंगा लेकर सड़कों पर उतर आए. लोग चीनी सामानों का बहिष्कार कर रहे हैं. वहीं पूर्व सैनिक सीमा पर चीन से जंग करने के लिए जाने के लिए तैयार दिखे और उन्होंने इस पूरे मामले को लेकर सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. पूर्व सैनिकों का कहना है कि अगर समय रहते सरकार छूट दे देती तो आज देश के सैनिक शहीद नहीं हुए होते. कानपुर देहात के पूर्व सैनिकों ने देश के प्रधानमंत्री से सीमा पर चीन से जंग करने की छूट मांगी, जिससे वह शहीदों की शहादत का बदला ले सकें.
पूर्व सैनिकों ने फूंका पुतला.