लखनऊः नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन हुए. इस दौरान एक शख्स की मौत भी हो गई. राजधानी लखनऊ के बीचोबीच परिवर्तन चौक पर प्रदर्शनकारियों ने जमकर पत्थरबाजी और आगजनी की घटनाओं को अंजाम दिया. वहीं प्रदर्शन से ठीक दो घंटे पहले एडीजी जोन और कमिश्नर से ईटीवी भारत ने बातचीत की थी.
लखनऊः उपद्रव से पहले अधिकारियों के दावों की निकली हवा
राजधानी लखनऊ में हिंसक प्रदर्शन के ठीक दो घंटे पहले ईटीवी भारत ने जिला प्रशासन के उच्चाधिकारियों से बात करके सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया था. इसमें दावा किया गया था कि हर समस्या से निपटने के लिए पुलिस बल पूरी तैयारी के साथ है. वहीं शाम होत-होते पूरे प्रदेश के साथ देश ने भी देखा कि राजधानी कैसे धूं-धूं कर जल उठी.
पहले से ही बनी थी प्रदर्शन की संभावनाएं
नागरिकता संशोधन एक्ट 2019 को लेकर राजधानी लखनऊ में प्रदर्शन की संभावनाएं बनी हुई थीं. प्रदर्शन को रोकने के लिए राजधानी लखनऊ सहित पूरे उत्तर प्रदेश में धारा 144 लागू है. इसके बावजूद भी राजनीतिक पार्टियों और लगभग 40 संगठनों ने प्रदर्शन का एलान किया था. प्रदर्शन को रोकने और शांति व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस सहित आलाधिकारी सुबह से ही मुस्तैद थे.
पुलिस प्रशासन के ये थे दावे
सुबह परिवर्तन चौक पर पुलिस की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे एडीजी एसएन साबत ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने बताया था कि सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल राजधानी सहित अन्य जिलों में तैनात की गई है. साथ ही यह भी बताया था कि लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी की गई है. वहीं सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों पर भी नजर रखी जा रही है.