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रिटायर्ड दारोगा से प्रॉपर्टी डीलरों ने धोखाधड़ी कर हड़पे 20 लाख रुपये - forgery case on property dealers

राजधानी लखनऊ के पीजीआई कोतवाली में एक रिटायर्ड दारोगा ने प्रॉपर्टी डीलरों के खिलाफ 20 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है. प्रॉपर्टी डीलरों ने जमीन दिलाने का झांसा देकर रिटायर्ड दारोगा से 20 लाख रुपये हड़पे थे.

पीजीआई कोतवाली
पीजीआई कोतवाली

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Published : Aug 22, 2021, 10:11 AM IST

लखनऊ:उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पीजीआई कोतवाली में एक रिटायर्ड दारोगा ने प्रॉपर्टी डीलरों के खिलाफ 20 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है. प्रॉपर्टी डीलरों ने जमीन दिलाने का झांसा देकर रिटायर्ड दारोगा से 20 लाख रुपये हड़प लिए थे.

दरअसल, राजधानी लखनऊ के पीजीआई कोतवाली में एक रिटायर्ड दारोगा ने प्रापर्टी डीलर भाइयों के खिलाफ 20 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने का मुकदमा दर्ज कराया है. आरोपियों ने जमीन दिलाने का झांसा देकर दारोगा से रुपये लिए थे. वाराणसी शिवपुर निवासी विंदेश्वरी सिंह वर्ष 2019 में दामाद प्रदीप सिंह के वृंदावन कॉलोनी स्थित घर आए थे. विंदेश्वरी लखनऊ में जमीन खरीदना चाहते थे.

इस सिलसिले में अंजनी बिल्डर्स के मालिक सुनील और दिलीप तिवारी निवासी रायबरेली से उनकी मुलाकात हुई थी. इन दोनों ने विंदेश्वरी को एलडीए और आवास विकास की योजना में प्लॉट दिलाने को कहा था. विश्वास जीतने के लिए विंदेश्वरी को जमीन के कागज दिखाए गए थे, जिसमें एलडीए की भूमि होने का दावा किया गया था. जमीन का सौदा 20 लाख रुपये में तय हुआ था.

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विंदेश्वरी सिंह के मुताबिक नवंबर 2019 से मार्च 2020 के बीच 3 किस्तों में उन्होंने प्रापर्टी डीलरों को रुपये दिए थे, जिसके बाद रजिस्ट्री होनी थी, लेकिन सुनील और दिलीप रजिस्ट्री करने में टाल-मटोल करने लगे. उनका मोबाइल नंबर भी अक्सर बंद रहता था. ऐसे में विंदेश्वरी को संदेह हुआ. उन्होंने कागजों की जांच कराई तो जाली पेपर बनाए जाने की जानकारी मिली, जिसके बाद पीजीआई कोतवाली पहुंचकर विंदेश्वरी ने प्रापर्टी डीलर भाइयों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया.

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