लखनऊ :किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के डॉक्टरों की शीतकालीन छुट्टियां चल रही हैं. कई विशेषज्ञ डॉक्टर छुट्टी पर गए हैं, जिसके चलते ओपीडी प्रभावित हो रही है. 1 तारीख से लेकर 20 जनवरी तक चिकित्सक छुट्टी पर हैं. केजीएमयू के आर्थोपेडिक विभाग में 13 विशेषज्ञ डॉक्टर हैं, जिसमें से आधे डॉक्टर शीतकालीन छुट्टी पर हैं. बाकी के आधे डॉक्टर 10 तारीख से छुट्टी पर जाने वाले हैं. केजीएमयू में प्रदेश के दूसरे जिलों से भी मरीज इलाज के लिए आते हैं. ऐसे में मरीज को खास दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. बहुत से ऐसे मरीज हैं जिनका ऑपरेशन होना था, लेकिन अब तक कोई तारीख नहीं मिली है. ऑपरेशन के लिए उन्हें अब 15 दिन का इंतजार करना होगा.
ऑपरेशन के लिए भटक रहे मरीज :पीजीआई, केजीएमयू और लोहिया संस्थान के न्यूरो सर्जरी, सीवीटीएस, इंडोक्राइन सर्जरी, गैस्ट्रो व सामान्य सर्जरी विभाग में मरीजों का भारी दबाव है. यहां ऑपरेशन की पहले से तारीख दी जाती है. 23 दिसम्बर से डॉक्टरों का शीतकालीन अवकाश चल रहा है. जब यह मरीज ऑपरेशन के लिए संस्थान पहुंच रहे तो पता चल रहा कि डॉक्टर छुट्टी पर हैं. अब आगे तारीख मिल रही है. कई को पहले भी सर्जरी की तारीख मिली थी, लेकिन ऑपरेशन नहीं हो सका है.
30 फीसदी ऑपरेशन घटे :सर्जरी, एनेस्थीसिया विभाग के डॉक्टरों के अवकाश से मरीजों के ऑपरेशन पर गहरा संकट है. मरीजों को बेहोशी देने में अड़चनें हैं, ऑपरेशन तक नहीं हो पा रहे हैं. रोजाना होने वाले ऑपरेशन की संख्या 30 फीसदी तक कम हो गई है. इससे दिल, पेट, सिर के ट्यूमर वाले मरीज ऑपरेशन टाले जाने से परेशान हैं.
बाराबंकी निवासी सौरभ तिवारी (73 वर्षीय) के पैर में सड़न से पस बन गया है. केजीएमयू में डॉक्टर ने बायोप्सी समेत दूसरी जांच करा ली है. मरीज एक जनवरी को ऑपरेशन के लिए ओपीडी में पहुंचा तो पता चला चिकित्सक 15 तक छुट्टी पर हैं. रेजिडेंट ने कुछ जांच लिखकर डॉक्टर के आने पर दिखाने को कहकर लौटा दिया. उन्होंने कहा कि हमें इस बात की बिल्कुल जानकारी नहीं थी कि डॉक्टर छुट्टी पर गए हुए हैं. इसके पहले भी कई बार आए लेकिन मौके से इलाज नहीं मिल पाया. इस बार जब ओपीडी में दिखाने के लिए पहुंचे तो रेजिडेंट डॉक्टर ने बताया कि विशेषज्ञ डॉक्टर इस समय छुट्टी पर गए हुए हैं और 26 जनवरी के बाद ही वह ओपीडी में बैठेंगे.