लखनऊ के ट्रांसगोमती क्षेत्र में वॉटर लॉगिंग की समस्या हमेशा रहेगी. देखें खबर लखनऊ :बीते दिनों बारिश के बाद लखनऊ शहर के आधे से अधिक क्षेत्र में जलभराव हो गया. सबसे अधिक जलभराव ट्रांसगोमती के क्षेत्र में देखने को मिला. गोमती नगर सहित नया लखनऊ कहा जाने वाला क्षेत्र आधुनिक सुविधाएं होने के बाद भी वॉटर लॉगिंग की समस्या से घिर गया. यहां के लोग करीब दो दिनों तक परेशानियों से दो चार होते रहे.
लखनऊ के ट्रांसगोमती क्षेत्र में वॉटर लॉगिंग की समस्या हमेशा रहेगी. लखनऊ विश्वविद्यालय के भूगर्भ विज्ञान विभाग के प्रोफेसर अजय आर्या के अनुसार वर्ष 2011 में लखनऊ विश्वविद्यालय के भूगर्भ विभाग में ही हुए एक शोध में इस बात की पुष्टि हो चुकी है. शोध में यह भी सामने आया कि अगर किसी दिन एक ही दिन में 90 मिलीमीटर से अधिक बारिश होगी तो ट्रांसगोमती एरिया में पानी निकासी की समस्या बड़ी चुनौती बनकर सामने आएगी. रविवार को सोमवार को हुई बरसात में एक ही दिन में 100 मिली मीटर से अधिक बारिश हुई. जिसके कारण ट्रांस गोमती क्षेत्र में कई घरों में सीवेज का पानी बैक होकर लोगों के घरों में पहुंच गया.
1857 के मैप में पीले रंग से दर्शाया गया है लखनऊ की रिहायश. लखनऊ के ट्रांसगोमती क्षेत्र में वॉटर लॉगिंग की समस्या हमेशा रहेगी.
प्रोफेसर अजय आर्या के मुताबिक सिस गोमती का क्षेत्र उससे ऊपर है. ऐसे में वहां पर जल निकासी की व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. स्मार्ट सिटी व नगर निगम इस क्षेत्र में पानी निकासी के लिए जो पाइप का प्रयोग करता है. वह भी मानक के अनुरूप नहीं हैं. ऐसे में रविवार रात हुई घनघोर बारिश के बाद इंदिरानगर व गोमतीनगर के कई इलाकों में सीवर का पानी बाथरूम के रास्ते बैक होकर लोगों के घरों में घुस गया. लखनऊ विश्वविद्यालय ने शोध के माध्यम इन सब समस्याओं के बारे में शासन व प्रशासन को अवगत करा चुका है.
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