लखनऊ : कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी सोमवार को गांधी प्रतिमा पर मौन धारण करने पहुंचीं. उनके साथ बड़ी संख्या में सीनियर नेता भी मौजूद थे. सभी फ्रंटल संगठनों के जिम्मेदारों को भी मंच पर जगह दी गई थी. लेकिन प्रियंका के आने से पहले जब महिला कांग्रेस मध्य जोन की अध्यक्ष ममता चौधरी, प्रमोद तिवारी और पीएल पुनिया के पीछे गांधी प्रतिमा पर बैठीं, तो सूत्र बताते हैं कि एक राष्ट्रीय सचिव के इशारे पर उन्हें वहां से हटने के लिए कह दिया गया.
इस बात को लेकर अध्यक्ष ममता चौधरी और राष्ट्रीय सचिव के बीच कहासुनी भी हो गई. सीनियर नेताओं ने किसी तरह समझा-बुझाकर मामला शांत कराया, लेकिन महिला कांग्रेस मध्य जोन की अध्यक्ष ममता चौधरी को मंच छोड़ना पड़ गया. वे मंच से नीचे उतर कर चली गईं. खास बात यह है कि लखनऊ मध्य जोन में ही आता है और मध्य जोन की महिला अध्यक्ष को ही मंच पर जगह नहीं मिली. कांग्रेस पार्टी के विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि वे पार्टी के नेताओं के इस कदम से काफी नाराज हैं. ममता चौधरी से 'ईटीवी भारत' ने फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया, उन्हें मैसेज भी किया, लेकिन उन्होंने न फोन उठाया और न ही मैसेज का कोई जवाब दिया.
बुलाने पर भी मंच पर नहीं गए नेता विधान परिषद
मंच पर सभी सीनियर नेताओं की मौजूदगी थी, लेकिन उनमें नेता विधान परिषद दीपक सिंह मौजूद नहीं थे. वह मंच के नीचे ही मौन व्रत कार्यक्रम में शामिल रहे. पार्टी के सूत्र बताते हैं कि किसी बात को लेकर प्रियंका गांधी की टीम के एक सदस्य से उनकी बहस हो गई थी, जिसके बाद उन्होंने मंच पर जाना उचित नहीं समझा. बड़े नेताओं ने उन्हें लाख मनाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने मंच के नीचे ही रहना उचित समझा. 'ईटीवी भारत' ने नेता विधान परिषद दीपक सिंह से फोन पर बात की. हालांकि उन्होंने इस तरह की किसी भी घटना से ये कहते हुए इनकार किया कि मुझे कुछ शारीरिक दिक्कत थी, इस वजह से मंच पर नहीं बैठा, बाकी किसी तरह के विवाद की बात नहीं है. हालांकि कांग्रेस पार्टी में यह चर्चा है कि नाराजगी के चलते ही एमएलसी दीपक सिंह मंच पर नहीं गए.
इसे भी पढ़ें-लखीमपुर खीरी मामला: राकेश टिकैत बोले- मंत्री अजय मिश्रा भी हैं आरोपी, गिरफ्तारी के बिना निष्पक्ष जांच संभव नहीं
यह नेता मंच पर रहे मौजूद
प्रियंका के साथ मंच पर नेता विधानमंडल दल आराधना मिश्रा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी, पीएल पुनिया, राकेश सचान, नसीमुद्दीन सिद्दीकी, राष्ट्रीय सचिव धीरज गुज्जर, बाजीराव खाड़े, प्रदीप नरवाल, रोहित चौधरी उपस्थित थे. इसके अलावा सभी फ्रंटल संगठनों के अध्यक्षों को जगह दी गई थी. इनमें यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष कनिष्क पांडेय, ओमवीर यादव, सोशल आउटरीच के चेयरमैन विक्रम पांडेय, उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक कांग्रेस के चेयरमैन शाहनवाज आलम, पिछड़ा वर्ग के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष विश्वविजय सिंह की भी मौजूदगी थी.