लखनऊ:कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने बुधवार को कांग्रेस मुख्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 'शक्ति विधान' महिला घोषणा पत्र जारी किया. घोषणा पत्र जारी करने से पहले कांग्रेस मुख्यालय के मीडिया हाल में 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' पर बनाया गीत पेश किया गया.
प्रियंका गांधी ने कहा कि पिछले कई महीने में उप्र कांग्रेस ने प्रदेश भर की महिलाओं से सलाह-मशविरा किया और उनके लिए एक नई राह बनाने का खाका तैयार किया. शक्ति विधान गृहणियों, कॉलेज की लड़कियों, आशा व आंगनबाड़ी बहनों, स्वयं-सहायता समूह की बहनों, शिक्षिकाओं और प्रोफेशनल महिलाओं की आवाज का प्रतिबिम्ब है.
प्रियंका गांधी ने कहा कि कांग्रेस के महिला घोषणा पत्र से दूसरे राजनीतिक दलों पर भी दबाव होगा और वे भी महिलाओं की भागीदारी को सीरियस लेंगे. उन्होंने कहा कि महिलाओं की 40 परसेंट भागीदारी सिर्फ कागजों में न रहे, इसलिए कांग्रेस ने उन्हें शक्ति देने का प्रयास किया है. प्रियंका गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की लेबर फोर्स में महिलाओं की भागीदारी महज 9.4% है. यह भागीदारी बढ़ाने और लैंगिक असमानता कम करने के लिए कांग्रेस पार्टी प्रावधानों के मुताबिक 20 लाख में से 40% नौकरियां महिलाओं को देगी.
प्रियंका गांधी ने कहा कि महिलाओं को कागजी और बयानों में सिर्फ पब्लिसिटी नहीं देनी चाहिए, इसकी शुरुआत पंचायती राज में कांग्रेस ने 33 परसेंट आरक्षण देकर की थी. पहली प्रधानमंत्री कांग्रेस पार्टी ने ही दी थी. उत्तर प्रदेश में पहली महिला राज्यपाल सुचेता कृपलानी कांग्रेस ने ही बनाई.
प्रियंका गांधी ने कहा कि समाज में महिलाओं का अत्याचार और शोषण बहुत है, इसके लिए उन्होंने यह कदम उठाया है. उत्तर प्रदेश में महिलाओं का शोषण होता है. अब महिलाएं अपने हकों के लिए लड़ने लगी हैं, खासकर नौजवान महिलाएं अब सहना नहीं चाहती हैं. वो लड़ने को तैयार हैं और लड़ेंगी.
प्रियंका गांधी ने बताया कि महिला घोषणा पत्र को छह भागों में बांटा गया है. जिसमें स्वाभिमान, स्वाबलंबन, शिक्षा, सम्मान, सुरक्षा और संयम है. उन्होंने कहा कि संसद में महिलाओं का प्रतिनिधित्व आज 14 परसेंट से कम है. जब 40 परसेंट महिलाएं टिकट लेंगी और लड़ेंगी तो आशा है संसद में उनका प्रतिनिधित्व बढ़ेगा.
कांग्रेस के महिला घोषणा पत्र के मुख्य बिंदु
- आरक्षण के प्रावधानों के अनुसार महिलाओं की 40% हिस्सेदारी होगी.
- महिलाओं को 50 फीसदी रोजगार देने वाले को करों में छूट मिलेगी.
- सहायता समूह को चार परसेंट इंटरेस्ट पर ऋण मिलेगा.
- 12 वीं कक्षा की छात्राओं को स्मार्टफोन और स्नातक की छात्राओं को स्कूटी.
- महिलाओं के लिए सांध्य विद्यालय (Evening School) खोलने की घोषणा.
- घरेलू क्षेत्र में मान्यता और सशक्तिकरण के लिए साल में तीन सिलेंडर मुफ्त.
- परिवार में पैदा होने वाले बालिका के लिए एक एफडी.
- घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं के लिए एक केंद्र बनाने की घोषणा.
- पुलिस बल में 25 फीसद महिलाओं को नौकरी.
- बलात्कार जैसे अपराध की शिकायत के 10 दिन में अत्याचार अधिनियम की धारा 4 का पालन न हो तो अधिकारी के निलंबन का एक कानून बनाने की घोषणा.
- एक आयोग का गठन होगा, जिसमें दो न्यायाधीश दो सामाजिक कार्यकर्ता और दो महिला अधिकारी होंगे. यह पीड़िता और परिवार के अधिकारों के लिए कार्रवाई करेंगे.
- मासिक धर्म से संबंधित वस्तुओं की अस्पतालों में मुफ्त आपूर्ति होगी.
- ऐसे स्वास्थ्य सेवा केंद्र बनाए जाएगें, जिसे सिर्फ महिला संचालित करेगी और महिला डॉक्टर की तैनाती होगी.
प्रियंका गांधी के साथ लगी टिकट की दावेदार प्रियंका मौर्या की तस्वीर
कांग्रेस के मीडिया हाल में बड़ी सी एलईडी स्क्रीन लगाई गई है. वैसे तो इस स्क्रीन पर प्रियंका गांधी की बड़ी सी तस्वीर के साथ ही चार से पांच महिलाएं भी नजर आ रही हैं. लेकिन एक महिला इसमें काफी खास है, जिनका नाम भी प्रियंका है. यह वही डॉ. प्रियंका मौर्या हैं, जिन्होंने सरोजिनी नगर से टिकट की दावेदारी ठोकी है
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए डॉ. प्रियंका मौर्या ने कहा कि 'हमारी राष्ट्रीय महासचिव का नाम भी प्रियंका है और मेरा नाम भी प्रियंका ही है. वह प्रियंका गांधी है और मैं प्रियंका मौर्या. एलईडी स्क्रीन प्रियंका गांधी के साथ मेरी तस्वीर कैसे सिलेक्ट हुई यह तो मुझे नहीं मालूम. लेकिन मेरे लिए बहुत खुशी की बात है. प्रियंका मौर्या ने कहा कि वह बहुत उत्साहित हैं. 'लड़की हूं लड़ सकती हूं'.'
एलईडी स्क्रीन पर प्रियंका मौर्या की तस्वीर लगे होने पर कांग्रेस पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में यह चर्चा का विषय है. कार्यकर्ताओं और नेताओं का कहना है कि अगर स्क्रीन पर प्रियंका गांधी के साथ तस्वीर लगानी ही थी तो किसी कार्यकर्ता या आम महिला की लगनी चाहिए थी. जो स्वयं टिकट की दावेदार है, उसकी तस्वीर एलईडी स्क्रीन पर लगने से अपने आप ही प्रदेश भर में का प्रचार हो जाएगा.