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Lucknow News : राहुल श्रीधर जैसी ही है प्रिया डेथ मिस्ट्री, पिता आठ साल से मौत की वजह जानने के लिए कर रहे संघर्ष - राहुल श्रीधर जैसी ही है प्रिया डेथ मिस्ट्री

राजधानी स्थित बीकेटी में 20 जनवरी को एसआर ग्लोबल की 14 साल की छात्रा प्रिया की संदिग्ध मौत (Lucknow News) हो गई थी. ठीक ऐसा ही एक मामला आज से करीब आठ साल पहले हुआ था. दोनों घटनाओं की थ्योरी लगभग एक ही जैसी बताई जा रही है.

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Published : Feb 16, 2023, 1:55 PM IST

लखनऊ : विश्वनाथ श्रीधर बीते आठ वर्षों से अपने 14 साल के लड़के की मौत की वजह तलाश रहे हैं. पुलिस के रिकॉर्ड में भले ही फाइल बंद हो चुकी है, लेकिन वो हार मानने को तैयार नहीं हैं. श्रीधर के बेटे की मौत की गुत्थी ठीक उसी तरह उलझी हुई थी, जैसे आज एसआर ग्लोबल की छात्रा प्रिया की मौत का रहस्य नहीं खुल पा रहा है. दोनों ही मौतों में समानताएं भी हैं और रहस्य भी एक ही जैसा कि आखिर कैसे हुई थी प्रिया और राहुल श्रीधर की मौत.

राजधानी में 20 जनवरी को एसआर ग्लोबल की 14 साल की छात्रा प्रिया की संदिग्ध मौत हो गई थी. कॉलेज प्रशासन ने बताया कि 'पांचवीं मंजिल से गिरने से प्रिया की मौत हो गई. पुलिस अब तक मौत की वजह तक तलाश नहीं सकी है. बीते 26 दिनों से छात्रा का पिता जसराम राठौर खुद मौत के कारणों का पता लगाने में जुटा हुआ है. प्रिया की ही तरह आठ साल पहले राजधानी के लामार्टीनियर इंटर कॉलेज में 14 साल के छात्र राहुल श्रीधर की संदिग्ध मौत हो गई थी और प्रिया के पिता की ही तरह राहुल के पिता विश्वनाथ आज भी मौत की वजह तलाश रहे हैं. 10 अप्रैल साल 2015, लखनऊ का सबसे हाई प्रोफाइल इंटर कॉलेज लामार्टीनियर. इस कॉलेज में 9वीं का छात्र राहुल श्रीधर 60 फीट ऊंची छत से नीचे गिर जाता है. कॉलेज प्रबंधन आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाते हैं, लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो जाती है. तत्काल पुलिस और परिजनों को सूचना दी जाती है. ये थ्योरी लामार्टीनियर कॉलेज की थी, जो हू ब हू एसआर ग्लोबल कॉलेज की प्रिया की मौत के मामले में भी बताई जा रही है. प्रिया के पिता की ही तरह राहुल के पिता विश्वनाथ श्रीधर की पहले एफआईआर नहीं दर्ज की गई थी और दबाव पड़ने पर सात दिन बाद राजधानी के गौतमपल्ली थाने में अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया और पुलिस ने जांच शुरू की. विश्वनाथ ने उस वक्त ये आरोप लगाया था कि उनके बेटे की पिटाई की गई थी और फिर उसकी हालत खराब होने पर 60 फीट ऊंची छत से धक्का देकर उसकी हत्या कर दी गई, हालांकि कॉलेज प्रशासन ने इन सभी आरोपी को दरकिनार कर दिया था. कॉलेज प्रशासन ने राहुल द्वारा आत्महत्या किए जाने की बात कही थी.

राहुल श्रीधर (फाइल फोटो)



दोनों में दी गई छत से गिरने की थ्योरी :14 वर्षीय राहुल लामार्टीनियर में नौवीं का छात्र था. कॉलेज प्रशासन का दावा था कि उसकी मौत 60 फीट ऊंचे कॉन्स्टेंटिया से गिर कर मौत हुई थी. प्रिया राठौर की मौत के मामले में भी कॉलेज प्रशासन ने बताया कि प्रिया टहलते हुए हॉस्टल की पांचवीं मंजिल से नीचे गिर गई और उसकी मौत हो गई.

प्रिया राठौर (फाइल फोटो)

आत्महत्या या हादसे की थ्योरी :राहुल श्रीधर की मौत आत्महत्या, हादसा या हत्या क्या थी, ये भले ही आज भी उसके पिता विश्वनाथ जानना चाह रहे हों, लेकिन साल 2015 को हुई इस मौत को पुलिस और कॉलेज प्रशासन दोनों हादसा या आत्महत्या बताने में जुटा था. दावा किया जा रहा था कि राहुल फेसबुक में किसी विदेशी दोस्त से बात करता था, उसने फेसबुक पर भी कई ऐसे पोस्ट किए थे जो आत्महत्या करने की ओर इशारा कर रहे थे, वहीं प्रिया की मौत के मामले में भी ठीक वहीं थ्योरी पेश की जा रही है. दावा किया जा रहा है कि पुलिस को मिले प्रिया के कमरे से नोट्स में उन चैट कॉपी की गई थी, जो उसने अपने कई दोस्तों से की थी. प्रिया अपने दोस्तों के साथ के रिश्तों से खुश नहीं थी.

फाइल फोटो

राहुल श्रीधर की मौत के मामले में पुलिस पहले दिन से ही सुस्त नजर आ रही थी. कॉलेज प्रशासन की थ्योरी पर ही उसकी जांच चल रही थी, लेकिन साल 2019 को केरल के तत्कालीन मुख्यमंत्री के पत्र पर तत्कालीन डीजीपी ओपी सिंह ने पुनः जांच करने के निर्देश दिए थे. तत्कालीन डिप्टी एसपी अभय मिश्रा फोरेंसिक टीम के साथ लामार्टीनियर पहुंचे और री क्रिएशन किया गया, लेकिन मौत के समय पांचवें तल से गिरने की बात कहने वाला कॉलेज प्रशासन इस बार तीसरे तल से गिरने की बात कहने लगा. अंत में री क्रिएशन हुआ और इसे भी आत्महत्या ही कहा गया. प्रिया की मौत के मामले में भी ठीक उसी तरह री क्रिएशन हुआ और रिपोर्ट में इसे हादसा तो नहीं बताया गया, हां आत्महत्या की संभावना बता दी गई.



दोनों विद्यार्थियों के पिता ने दावों की खोली पोल :राहुल श्रीधर और प्रिया की मौत की महज थ्योरी ही एक जैसी नहीं है, बल्कि कॉलेज प्रशासन के दावे, पुलिस की जांच और दोनों के ही पिता के आरोप भी मिलते हैं.


परिवार को बताने में क्यों लगा एक घंटा : राहुल श्रीधर के भाई रोहित बताते हैं कि राहुल की मौत की सूचना हमें देने में स्कूल प्रशासन ने एक घंटे लगाया था. हमसे पहले कहा-राहुल गंभीर है, सिविल अस्पताल में भर्ती है, वहां पहुंचे तो राहुल नहीं मिला. मां अनम्मा ने फोन किया तो उन्हें ट्रॉमा सेंटर जाने को कहा गया. राहुल वहां भी नहीं मिला. दोबारा फोन किया तो फिर सिविल अस्पताल बुलाया, वहां पहुंचे तब तक शव पोस्टमार्टम हाउस भेजा जा चुका था. ठीक वैसे ही प्रिया की मौत के मामले में हुआ था. पिता जसराम ने बताया कि 'प्रिया 8:45 पर गिरी थी और 9:04 मिनट पर मौत हुई थी, ऐसा पुलिस के रिकॉर्ड में लिखा गया है, लेकिन उन्हें प्रिया की गिरने की सूचना 9:04 पर दी गई और एक घंटे यानी 9:45 तक उसके इलाज होने की बात कही जाती रही. पुलिस ने 10 बजे मौत की जानकारी दी थी. जसराम कहते हैं कि इन एक घंटों में प्रिया की मौत की कहानी लिखी जा रही थी.'


पोस्टमार्टम रिपोर्ट और मौत की थ्योरी नही खा रही मेल :राहुल श्रीधर 60 फुट ऊंचे कॉन्स्टेंटिया से गिरा था और जमीन पर खून की चंद बूंदे ही मिलीं. वो सिर के बल गिरा तो सिर नहीं फटा. शरीर के भीतरी अंगों की दशा भी बिगड़ जाती, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका जिक्र नहीं किया गया. राहुल के पिता ने निजी खर्चे पर लंदन के विशेषज्ञ से पीएम रिपोर्ट में एडवाइज मांगी तो सामने आया कि राहुल के दोनों पैरों में घुटने के नीचे बाएं तरफ गहरे जख्म के निशान थे. यह निशान कूदने पर नहीं आ सकते. उसके सिर्फ बांए पैर के ही घुटने के नीचे ही हड्डी टूटी थी. उसके शरीर पर कई और जगह चोट के निशान थे जो हॉकी स्टिक जैसी चीज से पीटने के लग रहे थे. राहुल खुदकुशी करने के लिये अगर कूदा होता तो उसका शव जमीन पर नीचे बिल्डिंग से कुछ दूरी पर मिलता, जबकि उसका शव दीवार के पास ही मिला था. ठीक वैसे ही जसराम ने प्रिया की पोस्टमार्टम रिपोर्ट की निजी विशेषज्ञ से जांच करवाई और कई तथ्य सामने आए कि री क्रिएशन में पुतला सिर के बल गिरा, लेकिन प्रिया का सिर क्यों नहीं फटा और बिना चोट आए गले की हड्डी कैसी टूटी. प्रिया की गर्दन और रीढ़ को जोड़ने वाली हड्डी (फोरामेन गैग्नम) और रीढ़ से कूल्हों को जोड़ने वाली हड्डी (कॉक्सल बोन) टूटी हुई है. उसकी पीठ पर कई चोट थीं और पैर की हड्डी भी टूटी थी.



प्रिया राहुल के पिता कर रहे संघर्ष :राहुल डेथ मिस्ट्री कई बार सुलझाने की कोशिशें की गईं. मौत के चार साल बाद केरल के सीएम के कहने पर डीजीपी ने दोबारा जांच करवाई, लेकिन जांच पुरानी जांच से ही मेल खाई. राहुल के पिता ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और कोर्ट ने मौत की मिस्ट्री सुलझाने के लिए एक SIT बनाकर जांच करने को आदेशित किया. तत्कालीन DCP मध्य सोमेन बर्मा की अध्यक्षता में SIT ने जांच शुरू की, लेकिन अब वो भी ठंडे बस्ते में जा चुकी है. आज भी राहुल के पिता विश्वनाथ श्रीधर इस गुत्थी को सुलझाने और बेटे की मौत का रहस्य जानने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. ठीक वैसे ही जैसे प्रिया के पिता जसराम राठौर सीएम से लेकर राज्यपाल तक को पत्र लिख अपनी बेटी की मौत का रहस्य सुलझाने के लिए विशेष जांच टीम गठित करने का निवेदन कर रहे हैं.

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