लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने खास कार्यक्रम मन की बात के जरिए आम लोगों से बात की. मन की बात के 100वें संस्करण को उत्सव के रूप में मनाया गया. उत्तर प्रदेश में खास बात यह रही कि यहां कुछ मदरसों में भी मन की बात कार्यक्रम का प्रसारण किया गया और मदरसों के छात्रों, अध्यापकों और मैनेजमेंट के लोगों ने पीएम मोदी को सुना.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मशहूर इरफानिया मदरसे में मन की बात को मदरसे के छात्र-छात्राओं के अलावा आसपास के लोगों ने भी सुना. इस मौके पर सभी धर्मों के लोग शामिल थे. इरफानिया मदरसे के प्रबंधक कारी इम्तियाज अहमद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं. वह किसी धर्म जाति के प्रधानमंत्री नहीं हैं. अगर वह कोई बात कहते हैं तो सभी को गौर से सुनना चाहिए. उन्होंने मन की बात कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मन की बात कार्यक्रम में कोई भी राजनीतिक बात नहीं करते. जिससे अच्छा संदेश जाता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मन की बात' का 100वां एपिसोड सुनने लखनऊ के मदरसे में उमड़े लोग - मन की बात का 100वां एपिसोड
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम के 100वें एपिसोड को उत्सव की तरह बनाया गया. राजधानी लखनऊ में अकबरी गेट स्थित मदरसा इरफनिया में विशेष आयोजन कर कार्यक्रम को सैकड़ों लोगों ने सुना. आयोजन में मदरसों के छात्रों, अध्यापकों और मैनेजमेंट के सदस्यों के अलावा क्षेत्रीय लोग में शामिल हुए.
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इलाके के रहने वाले नसीर आलम अब्बासी भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुनने के लिए इरफनिया मदरसे पहुंचे थे. ईटीवी भारत से बात करते हुए नसीर ने कहा कि हम सबको अपने प्रधानमंत्री को सुनना चाहिए, लेकिन उससे भी ज़रूरी है कि हम सबको अपने जीवन में उनकी बताई हुई बातों पर अमल करना चाहिए. अकबरी गेट स्थित मदरसा इरफनिया के प्रिंसिपल मोतिउर्रहमान ने कहा कि हम लोग पीएम नरेंद्र मोदी को 2014 से सुन रहे है, लेकिन आज उनके 100वें संस्करण को एक आयोजन के तौर पर मनाया गया. इस मौके पर मदरसे के छात्र, छात्राओं के साथ टीचर्स और इलाके के मुस्लिम लोगों के साथ हिन्दू भाइयों ने भी मदरसे में ही मोदी जी को सुना.
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