उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

प्राथमिक स्कूलों के 17 हजार शिक्षक गायब मिले, टास्क फोर्स की जांच रिपोर्ट में खुलासा - यूपी में अनुपस्थित शिक्षक

उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पटरी पर नहीं आ पा रही है. खुद विभागीय जांच में शिक्षकों की उपस्थिति के जो आंकड़े सामने आए हैं वह शिक्षकों की संवेदनशीलता और विभाग की कार्यशैली उजागर करने के लिए काफी है. आंकड़ों के अनुसार प्राथमिक स्कूलों के 17 हजार शिक्षक बिना कारण बताए स्कूलों से गायब मिले हैं.

Etv Bharat
Etv Bharat

By

Published : Mar 20, 2023, 7:02 PM IST

प्राथमिक स्कूलों के 17 हजार शिक्षक गायब मिले, टास्क फोर्स की जांच रिपोर्ट में खुलासा.

लखनऊ : प्रदेश के प्राथमिक शिक्षा विभाग के विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति विभाग के लिए एक चुनौतीपूर्ण काम बनता जा रहा है. बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति में गड़बड़ी होने से शिक्षा की गुणवत्ता पर लगातार असर पड़ रहा है.परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति की जांच के लिए महानिदेशक स्कूल शिक्षा की ओर से टास्क फोर्स का गठन किया गया था. टास्क फोर्स की जिम्मेदारी थी कि वह प्राथमिक विद्यालयों का निरीक्षण कर गायक शिक्षकों की रिपोर्ट प्रस्तुत करें. टास्क फोर्स के निरीक्षण में बीते तीन महीने में 16,706 शिक्षक गायब मिले हैं. टास्क फोर्स ने दिसंबर 2022 जनवरी व फरवरी 2023 में टास्क फोर्स के निरीक्षण किया गया.


महानिदेशक, स्कूल शिक्षा विजय की और से बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में शिक्षकों की अनुपस्थिति देखने व उनका उत्तरदायित्व निर्धारण करने के लिए विभाग के 25% स्कूलों का निरीक्षण कराया था. जिला टास्क फोर्स ने दिसंबर 2022 में 4125 स्कूलों का निरीक्षण करना था. जिसमें से 1022 यानी 25% स्कूलों का दौरा किया गया. ब्लॉक स्तरीय टास्क फोर्स को 17696 विद्यालयों के मुकाबले 3668 विद्यालयों का निरीक्षण किया. विभागीय टास्क फोर्स को 137410 विद्यालयों का निरीक्षण करना था. जब इन टास्क फोर्स में फरवरी 2023 में जांच किया तो इसका रिजल्ट और भी खराब आया. फरवरी 2023 में जिला स्तरीय टास्क फोर्स में 4,125 स्कूलों में से 1,194 यानी 29 प्रतिशत ब्लाक स्तर की टीम ने 17,696 विद्यालयों में से 4,207 यानी 23 प्रतिशत विद्यालयों का ही निरीक्षण किया.

विभागीय टीम ने 1,37,410 स्कूलों में से 1,26,526 स्कूलों यानी 92 प्रतिशत विद्यालयों का निरीक्षण किया. इस तरह कुल 1,59,231 विद्यालयों में से 1,31,927 यानी 83 प्रतिशत विद्यालयों का निरीक्षण किया गया और 6, 467 शिक्षक अनुपस्थित पाए गए. इस तरह से तीन महीने में कुल 3,92,252 स्कूलों में से 3,31, 113 स्कूलों का निरीक्षण किया गया. यानी 84 प्रतिशत विद्यालयों का निरीक्षण किया गया. इस दौरान 16,706 शिक्षक गायब मिले. फिलहाल अब समय पर विद्यालय पहुंचने, समय पर स्कूल बंद करने और बिना बताए अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई होगी. जनवरी 2023 में जिला स्तरीय टास्क फोर्स ने 2,063 विद्यालयों में से 793 यानी 38 प्रतिशत विद्यालयों का निरीक्षण किया. इसी तरह ब्लाॅक स्तर पर 3,022 विद्यालयों में से 34 प्रतिशत विद्यालयों का निरीक्षण किया गया. विभागीय टास्क फोर्स ने लक्ष्य के अनुसार सभी 68, 918 विद्यालयों यानी शत-प्रतिशत स्कूलों का निरीक्षण किया. इस तरह कुल 73,790 विद्यालयों की जांच की गई.

प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय सिंह ने बताया कि महानिदेशक की ओर से कराए के निरीक्षण में जो रिपोर्ट सामने आई है. वह कुल शिक्षकों की संख्या के तुलना में अनुपस्थिति के 1.19% ही है. रिपोर्ट में दिसंबर 2022 में 15,988 अनुपस्थित रहे हैं. जनवरी 2023 में 4,251 रहे. फरवरी 2023 अनुपस्थित शिक्षकों का आंकड़ा 6,467 ही है. उन्होंने कहा कि कई बार शिक्षकों के द्वारा मानव संपदा पोर्टल पर उपस्थिति दर्ज कराने के बाद भी उसकी रिपोर्ट विभाग को समय पर नहीं पहुंच पाती है. इसके अलावा कई बार होता है कि शिक्षक स्कूल जाते समय कहीं किसी परेशानी में फंस जाते हैं तो समय पर अपने अटेंडेंस विभाग को नहीं भेज पाते हैं. ऐसे में यह कहना कि स्कूलों से शिक्षा गायब हैं यह पूरी तरह से गलत है. विभाग ने जो खुद जांच कराई है उसमें जो रिपोर्ट सामने आई है वह बताने के लिए काफी है कि जितने शिक्षक विभाग में कार्यरत हैं, उनकी तुलना में कई जगहों पर 1% से कम शिक्षक अनुपस्थित मिले हैं.


यह भी पढ़ें : बेमौसम बारिश से सरसों, गेहूं और आम की फसल को आंशिक नुकसान, गन्ने को होगा फायदा

ABOUT THE AUTHOR

...view details