लखनऊः पवित्र माह सावन में श्रद्धालु शिव मंदिरों की तरफ जाने के लिए उत्सक हैं. वहीं कोरोना की वजह से मंदिरों में विशेष सावधानी के लिए सरकार ने गाइडलाइन जारी की है. इसी को ध्यान में रखते हुए इस बार लगभग सभी मंदिरों में विशेष इंतजाम किए गए हैं. इसी क्रम में गोमती नदी के तट पर बने मनकामेश्वर मंदिर में भी कोरोना से बचाव के लिए खासा इंतजाम किया गया है. यहां आने वाले हर श्रद्धालु को सैनिटाइज किया जा रहा है और सोशल डिस्टेंसिंग का भी खास ख्याल रखा जा रहा है.
सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान
मनकामेश्वर मंदिर कि महंत दिव्या जी महाराज ने बताया कि सरकार के द्वार जारी गाइडलाइन का पूरी तरह पालन किया जा रहा है. मंदिर में आए हर श्रद्धालु से आग्रह किया जाता है कि वह बिना मास्क पहने मंदिर में प्रवेश न करें. वहीं मंदिर में आए सभी श्रद्धालुओं को पहले सैनिटाइज कराया जाता है और श्रद्धालुओं के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का खास ध्यान रखा जाता है.
मंदिर में व्यवस्था के बारे में जानकारी देतीं महंत. जल चढ़ाने के लिए 7 मीटर की दूरी
दिव्या जी महाराज ने बताया कि श्रद्धालुओं से आग्रह किया जाता है कि वह किसी तरह के फूल या नमी युक्त मिठाई मंदिरों में चढ़ावा के रूप में न चढ़ाएं. केवल सूखे हुए फल को ही मंदिरों में प्रसाद के रूप में भगवान शिव को अर्पण करें. वहीं भोलेनाथ को जल चढ़ाने वालों के लिए करीब 7 मीटर दूरी से रास्ते बनाए गए हैं, जिससे शिवलिंग से दूरी बनी रहे और श्रद्धालु वहीं से जल को भगवान शिव को अर्पण कर सकें.
रात 10 बजे तक कर सकते हैं दर्शन
सरकार की गाइडलाइन के अनुसार सुबह 6:00 बजे से रात 10:00 बजे तक श्रद्धालु मंदिरों में दर्शन कर सकते हैं, उसके बाद मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं. सरकार के दिए गए गाइडलाइन के अनुसार लाउडस्पीकर से श्रद्धालुओं को अवगत कराया जाता है कि वह किन-किन बातों का ध्यान रखें, जिससे किसी तरह के संक्रमण फैलने की संभावना न हो. मंदिर में दर्शन करने पहुंचीं श्रद्धालु दिव्या अस्थाना ने बताया कि मंदिर में बहुत सफाई रहती है. पहले सबको सैनिटाइज कराया जाता है. फिर बारी- बारी से दर्शन करने दिया जाता है. मंदिर में व्यवस्था बहुत अच्छी है.