लखनऊः उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के 18 लाख 10 हजार अकुशल प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने की तैयारी शुरू कर दी है. प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने की तैयारियों को अमली जामा पहनाने के लिए व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के पोर्टल पर नामांकन फॉर्म में संशोधन किया गया है. मजदूरों को नौकरी देने के लिए ग्राम विकास विभाग के प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह ने अपर मुख्य सचिव व्यवसायिक शिक्षा और कौशल विकास विभाग को पत्र जारी किया है.
स्किल मैपिंग में 18 लाख 10 हजार प्रवासी श्रमिक मिले अकुशल
लॉकडाउन की अवधि में देश के अन्य राज्यों से उत्तर प्रदेश वापस लौटे मजदूरों के लिए रोजगार की बड़ी समस्या पैदा हो गई है. रोजगार देने के लिए 34 लाख 82 हजार लोगों की स्किल मैपिंग की गई है. इसके जरिए 18 लाख 82 हजार प्रवासी मजदूरों को अकुशल श्रेणी में पाया गया है. इन मजदूरों को जनपद स्तर पर रोजगार देने की तैयारी की जा रही है. इन्हें रोजगार उपलब्ध कराने के लिए शासन की तरफ से ग्राम विकास विभाग के प्रमुख सचिव मनोज कुमार ने व्यवसाय शिक्षा और कौशल विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र भी लिखा है.
यूपी में 18 लाख प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने की तैयारी
उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के 18 लाख 10 हजार अकुशल प्रवासी मजदूरों को कौशल विकास के तहत विभिन्न योजनाओं से जोड़ने की तैयारियां शुरू कर दी है. इस संबंध में ग्राम विकास विभाग के प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह ने अपर मुख्य सचिव व्यवसायिक शिक्षा और कौशल विकास विभाग को पत्र जारी किया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ.
प्रवासी मजदूरों को दिया जाएगा प्रशिक्षण
अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि इन मजदूरों को रोजगार देने के लिए रिकगनेशन ऑफ प्रायर लर्निंग, यूपी स्कीलिंग एवं रि-स्कीलिंग जैसी योजनाओं से जोड़ा जा सकता है. उन्होंने बताया कि प्रदेश के समस्त जनपदों में जनपद स्तरीय कौशल विकास समिति कार्ययोजनों में इन मजदूरों को विशेष प्रशिक्षण से जोड़ा जाएगा. इसके साथ ही इन्हें रोजगार मेलों में भी रोजगार मुहैया कराए जा सकते हैं.