लखनऊ : रेलवे स्टेशन के आधुनिकीकरण के लिए रेल मंत्रालय अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देश भर के एक हजार से ज्यादा स्टेशनों को डेवलप करा रहा है. उत्तर रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे के कई स्टेशनों को यात्री सुविधा की दृष्टि से रि-डेवलप किया जा रहा है. हजारों करोड़ की लागत से पांच दर्जन से ज्यादा स्टेशनों को विकसित किए जाने की तैयारी है. उत्तर रेलवे के 44 और पूर्वोत्तर रेलवे के 20 स्टेशनों का चयन किया गया है. इनमें लखनऊ के भी कई स्टेशन शामिल हैं. इन स्टेशनों का डेवलपमेंट अब अमृत स्टेशन योजना के अंतर्गत किया जा रहा है. जानकारों का सवाल ये है कि जब लखनऊ, काशी, गोरखपुर, अयोध्या और चारबाग जैसे स्टेशनों का रि डेवलपमेंट पहले से ही अन्य योजना के तहत किया जा रहा है तो फिर इनका चयन अमृत भारत स्टेशन योजना में क्यों कर लिया गया? अगर इसके बजाय अन्य छोटे स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत चुना जाता तो इन स्टेशनों का भी पुनर्विकास हो जाता और यात्रियों को सुविधाएं मिलती, लेकिन स्टेशनों का चयन करते वक्त इस बात का रेलवे ने ख्याल ही नहीं किया. लखनऊ की बात करें तो चारबाग समेत कई स्टेशन पहले ही यात्री सुविधाओं से लैस हो चुके हैं, निर्माण कार्य जारी है, लेकिन अमृत भारत स्टेशन योजना में ऐसे स्टेशनों को भी जोड़ लिया गया.
अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत देश के जितने भी छोटे और महत्वपूर्ण स्टेशन हैं उन सभी का विकास किया जाएगा. इस योजना के अंतर्गत 68 मंडलों में रेलवे स्टेशनों का नवीनीकरण किया जाएगा. स्टेशन के नवीनीकरण का काम कम से कम दो साल के अंदर पूरा हो जाएगा. स्टेशन के नवीनीकरण का काम पूरा होने से यात्रियों को बेहतर स्टेशन की सुविधा मिल सकेगी. यात्रियों को जिस भी स्टेशन पर ठहरना होगा उसी स्टेशन पर उस शहर की कला और संस्कृति की जानकारी प्राप्त हो सकेगी.
क्या है अमृत भारत स्टेशन योजना :भारतीय रेलवे बोर्ड ने देशभर के रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण करने के लिए अमृत भारत स्टेशन योजना 2023 प्रारंभ की है. देशभर के 1000 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों को इस योजना से आधुनिक बनाया जाएगा. यात्रियों के वर्तमान सुविधाओं से कहीं ज्यादा बेहतर सुविधाएं अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत विकसित किए जाने वाले रेलवे स्टेशनों पर मिलेंगी.