लखनऊ:बीते 28 जुलाई को रायबरेली रोड हादसे में उन्नाव रेप पीड़िता और उसका वकील गंभीर रूप से घायल हो गया था. दोनों को इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था. मामले में राजनीति तेज होने पर सुप्रीम केर्ट ने संज्ञान लिया. कोर्ट ने उन्नाव रेप पीड़िता को बेहतर इलाज के लिए एयरलिफ्ट कर लखनऊ से दिल्ली ले जाने का निर्देश दिया है.
उन्नाव रेप केस पीड़िता के वकील को आज केजीएमयू से दिल्ली एम्स ट्रांसफर नहीं किया जाएगा. सिविल एविएशन डिपार्टमेंट ने एक एंबुलेंस की व्यवस्था कराई है. नाइट एयरलिफ्ट के लिए परमिशन मांगी जाएगी, अगर परमिशन मिलती है तो फिर रेप पीड़िता के वकील को भी एम्स के लिए भेजा जाएगा.
पीड़िता को किया जाएगा एयरलिफ्ट. इसके बाद केजीएमयू प्रशासन एयरलिफ्ट की तैयारियों में जुटा हुआ है. सीएमएस डॉक्टर संखवार ने बताया कि एयरलिफ्ट कराने का आदेश मिल चुका है. एयरलिफ्ट कराने के लिए एंबुलेंस तैयार की जा रही है. डॉक्टरों की भी टीम बनाई गई है. इस प्रक्रिया में तकरीबन एक से डेढ़ घंटा लगने की उम्मीद है.
जिला प्रशासन की ओर से पुलिस को निर्देश जारी करते हुए 5 बजे का समय दिया गया है. 5 बजे से लखनऊ पुलिस अलर्ट मोड में आ जाएगी. केजीएमयू से एंबुलेंस निकलने के बाद 1090 चौराहा होते हुए शहीद पथ के रास्ते एयरपोर्ट पहुंचेगी. एंबुलेंस की सुविधा के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है. हालांकि केजीएमयू से एयरपोर्ट जाने के लिए पहले से यह रूट निर्धारित है. रूट पर पुलिस की ड्यूटी लगा दी गई है.
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उन्नाव रेप पीड़िता को एयरलिफ्ट करने की तैयारियां तेज हो गई हैं. इसी कड़ी में अब ट्रॉमा सेंटर के बाहर भारत सरकार सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की एंबुलेंस लाकर खड़ी कर दी गई है. बताया जा रहा है इसी एंबुलेंस से पीड़िता को एयरपोर्ट तक ले जाया जाएगा और वहां से एयरलिफ्ट करके पीड़िता को दिल्ली के एम्स अस्पताल में पहुंचाया जाएगा.
इस दौरान वायुयान में चिकित्सक भी मौजूद रहेंगे. जो लगातार पीड़िता की हालत को देखते रहेंगे. ट्रॉमा सेंटर में इस दौरान राजधानी प्रशासन के लोग मौजूद हैं. बताया जा रहा है उनका इस तरह सेंटर में आने की वजह रेप पीड़िता को एयरपोर्ट तक ले जाने वाले रास्ते में किसी भी तरह के व्यवधान न आने पाए.