लखनऊ. किसानों को तमाम तरह की सहूलियत देने को लेकर सहकारिता सप्ताह के आयोजन (cooperative week in UP) को लेकर तैयारी की जा रही है. 14 नवंबर से शुरू होने वाले सहकारिता सप्ताह के अंतर्गत सभी सहकारी संस्थाओं व सहकारिता से जुड़े विभागों में तेजी से तैयारी की जा रही है और किसानों को क्या-क्या सहूलियत दी जा सकती है, उस पर मंथन किया जा रहा है. विभाग के स्तर पर तेजी से रूपरेखा तैयार करने का काम किया जा रहा है.
इसके अलावा एक सप्ताह तक चलने वाले सहकारिता सप्ताह में अलग-अलग दिनों के कार्यक्रम भी तय किये जा रहे हैं. जिससे सहकारी संस्था और उनसे जुड़े किसानों को प्रशिक्षण देने सहित अन्य तरह के कार्यक्रम निर्धारित करने का काम किया जा रहा है. दरअसल सहकारिता विभाग के अंतर्गत तमाम सहकारी संस्थाओं के माध्यम से किसानों को सुविधा दी जा रही है. इसमें मुख्य रूप से फसली ऋण वितरण योजना, खाद बीज वितरण योजना, फसल की खरीद योजना के तहत तमाम 83 किसानों को जागरूक करने और उन्हें प्रशिक्षित किए जाने को लेकर काम किया जाता है.
इसके अलावा कैसे सहकारिता संस्थाओं का विकास क्षेत्र से किया जाए और किसानों के साथ-साथ सहकारी संस्थाओं के भविष्य की कार्ययोजना बनाए जाने को लेकर सहकारिता सप्ताह में विस्तार से चर्चा और मंथन किया जाएगा. 14 से 20 नवंबर तक होने वाले सहकारी सप्ताह के कार्यक्रम की रूपरेखा तय की जा रही है. सहकारी सप्ताह के दौरान अलग-अलग जिलों के कार्यक्रम निर्धारित किए जाएंगे, जिससे किसानों के साथ-साथ सहकारी संस्थाओं से जुड़े तमाम प्रतिनिधियों को इसका लाभ दिया जा सके.