लखनऊ. लविवि ने 12 दिसंबर को होने वाले दीक्षांत समारोह (convocation ceremony in Lucknow University) के लिए तैयारी शुरू कर दी है. विश्वविद्यालय ने कुलपति स्वर्ण पदक, कुलाधिपति और डा. चक्रवर्ती स्वर्ण पदक के लिए छात्र-छात्राओं के नाम मांगे हैं. शनिवार को परीक्षा नियंत्रक विद्यानंद त्रिपाठी ने इसका नोटिफिकेशन जारी कर सभी डीन, हाॅस्टल के प्रोवोस्ट व एथलेटिक एसोसिएशन को पत्र भेज दिया है. 10 नवंबर तक इन पदक के लिए छात्र-छात्राओं के नाम की संस्तुति परीक्षा नियंत्रक के पास भेजनी होगी. परीक्षा नियंत्रक विद्यानंद त्रिपाठी ने बताया कि दीक्षांत समारोह के लिए तैयारी चल रही है. तीन प्रमुख स्वर्ण पदक के लिए विभागों को पत्र भेज दिए गए हैं. विभागों से विद्यार्थियों के नाम आने के बाद कमेटी स्क्रीनिंग करके साक्षात्कार व अन्य प्रक्रिया पूरी करेगी. जो नाम फाइनल होंगे, उन्हें दीक्षांत समारोह में पदक दिया जाएगा. दरअसल, राजभवन ने लखनऊ विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह के लिए 12 दिसंबर की तिथि तय की है.
एलयू में दीक्षांत समारोह की तैयारी शुरू, मेडल के लिए 10 नवंबर तक मांगे आवेदन - कुलपति स्वर्ण पदक
दीक्षांत समारोह के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने मेडल से लेकर अन्य तैयारियां शुरू कर दी हैं. दीक्षांत समारोह (convocation ceremony in Lucknow University) में हर साल एनसीसी के बेस्ट कैडेट को कुलपति स्वर्ण पदक दिया जाता है. इस बार भी इस मेडल के लिए आवेदन मांग लिए गए हैं.
दीक्षांत समारोह के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने मेडल से लेकर अन्य तैयारियां शुरू कर दी हैं. समारोह में हर साल एनसीसी के बेस्ट कैडेट को कुलपति स्वर्ण पदक दिया जाता है. इस बार भी इस मेडल के लिए आवेदन मांग लिए गए हैं. परीक्षा नियंत्रक विद्यानंद त्रिपाठी ने एनसीसी मुख्यालाय के कमांडर को पत्र भेजकर 10 नवंबर तक विश्वविद्यालय की एनसीसी यूनिट में से बेस्ट कैडेट के नाम भेजने के लिए कहा है. कुलपति की अध्यक्षता में गठित कमेटी मेडल के लिए नाम तय करेगी.
दीक्षांत समारोह में दिए जाने वाले प्रमुख पदकों के लिए छात्र-छात्रा की परफार्मेंस देखी जाएगी. प्रथम श्रेणी में अंक प्राप्त करना जरूरी है, लेकिन पिछली परीक्षाओं में 50 फीसद से कम अंक पाने वाले इसके लिए पात्र नहीं होंगे. चयन के समय छात्र का पूरा शैक्षिक रिकार्ड, शारीरिक फिटनेस, खेले जाने वाले खेल, एनसीसी की सामान्य सहायता सहित कई बिंदुओं को देखा जाता है. इसके अलावा विश्वविद्यालय की ओर से सामूहिक रचनात्मक गतिविधि में भागीदारी को भी इस पदक के चयन के लिए गिना जाएगा.
यह भी पढ़ें : स्वच्छता के क्षेत्र में पहला नंबर लाने के हो रहे प्रयास, 34 योजनाओं पर हो रहा काम