लखनऊ: आगामी 16 मार्च को विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति की तरफ से हड़ताल और बहिष्कार के एलान को लेकर बिजली के संगठन ही आपस में बंट गए हैं. कुछ इस हड़ताल (Electricity workers strike in UP) में समिति का साथ देने को तैयार हैं तो कुछ संगठन हड़ताल से खुद को अलग रखने की घोषणा कर रहे हैं. इन्हीं में से एक संगठन है उत्तर प्रदेश पावर ऑफिसर एसोसिएशन. एसोशिएसन ने अपने सभी लगभग 120 से ज्यादा अधीक्षण अभियंताओं, 300 से ज्यादा अधिशासी अभियंताओं और 550 से ज्यादा सहायक अभियंताओं सहित सैकडों लेखाधिकारी व सहायक लेखाधिकारीयों को निर्देश जारी किया है कि वह अपने को कार्य बहिष्कार से अलग रखें.
किसी भी कार्य बहिष्कार व हडताल में शामिल न हों. पूर्व की तरह समय से कार्यालय पहुंचकर अपना काम करें. पावर ऑफिसर एसोसिएशन के कार्यवाहक अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने यह भी एलान किया है कि अगर कार्य के दौरान उन्हें कोई असुविधा हो, तो फील्ड हॉस्टल स्थित कार्यालय को अवगत कराएं. इसके लिए एसोसिएशन कार्यालय का कंट्रोल रूम का नंबर सभी सदस्यों को भेजा जा चुका है.
यूपी में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल को लेकर एसोसिएशन के कार्यवाहक अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि एसोसिएशन के सभी सदस्य पूरे प्रदेश में सभी बिजली कंपनियों सहित उत्पादन निगम में हडताल से अलग रखकर अपना कार्य करते रहें और कोई भी असुविधा होने पर एसोसिएशन कार्यालय स्थित कंट्रोल रूम को सूचित करें. वहीं उपाध्यक्ष एसपी सिंह, पीएम प्रभाकर, महासचिव अनिल कुमार, सचिव आरपी केन, अतिरिक्त महासचिव अजय कुमार, संगठन सचिव राजेश कुमार, रामबरन, हरिश्चंद्र वर्मा, बिंदा प्रसाद, आनंद कनौजिया, अवनीश कुमार, रामदास, घनश्याम, दयानिधि किंकर, एके प्रभाकर और सच्चिदानंद ने भी कार्यवाहक अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा के फैसले का समर्थन किया.