लखनऊ: विश्व में कोरोना महामारी का प्रकोप चल रहा है. कोरोना से कोई भी देश बच नहीं पाया है. भारत में भी कोरोना के कारण लॉकडाउन लगाया गया था. अब धीरे-धीरे लॉकडाउन में सरकार की तरफ से छूट दी जा रही है. कोरोना के कारण लागू किए गए लॉकडाउन का असर व्यापार पर भी पड़ा. ज्यादातर लोगों का व्यापार कोरोना के चलते ठप हो गया. इसी बीच गलवान घाटी में हुए विवाद की वजह से चीन से उपजे तनाव के चलते सरकार ने कई चीनी एप और सामानों के आयात और निर्यात पर रोक लगा दी. चीनी सामानों पर लगी रोक के बाद अब कुम्हारों के चेहरे पर खुशी का माहौल है. कुम्हारों का कहना है कि कोरोना काल में उपजी स्थितियों के बाद अब उन्हें व्यापार के संभलने की आशा है. कुम्हारों का कहना है कि चीनी सामानों पर लगी रोक के कारण उनके मिट्टी के दिए और बर्तन इस बार बिकेंगे.
ईटीवी भारत की टीम ने कुम्हारों से की बात.
दीपावली का त्यौहार इस बार मिट्टी के बर्तन बनाने वाले कुम्हारों के लिए काफी बेहतर साबित होने वाला है. उनका मानना है कि जिस तरह से केंद्र सरकार ने चाइना के सामान रोक लगाई है, उसको लेकर व्यापार में इस बार काफी सुधार होना है क्योंकि अभी तक भारत में चाइना का माल इस कदर बिकता था कि लोग मिट्टी के बने सामानों को कम खरीदते थे. इससे रोजगार दिन पर दिन कम होता जा रहा था. इसी को लेकर आज ईटीवी भारत की टीम ने राजधानी लखनऊ के खदरा स्थित कुम्हारन टोला में बर्तन बनाने वाले कुम्हारों से बात की.
कुम्हार बोले- 'ज्यादा बिकेंगे मिट्टी के दिये'
कुम्हार राजकुमार प्रजापति ने बताया कि जिस तरह से सरकार ने चाइना का व्यापार बंद कराया है. उसके बाद सरकार के फैसले का काफी असर देखने को मिलेगा. दीपावली पर ज्यादातर लोग चाइना के सामान की खरीदारी किया करते थे, लेकिन इस बार चाइना के सामान पर रोक लगने के बाद कहीं ना कहीं लोग स्वदेशी मिट्टी के सामानों को खरीदेंगे. उन्होंने कहा कि दीपावली का त्यौहार ऐसा त्यौहार है जो हर कोई मनाता है और दीपक भी जलाता है. इस बार व्यापार में अच्छी खासी बढ़त देखने को मिलेगी. राजकुमार प्रजापति का कहना है कि इसी को लेकर इस बार हम लोगों ने हर बार की अपेक्षा मिट्टी के दीपक और दीपावली से जुड़े अन्य समानों को ज्यादा मात्ना में बनाकर मार्केट में सप्लाई किया है. उन्होंने यह भी बताया कि इस बार व्यापारी भी दीपावली पर ज्यादा माल खरीद रहे हैं.