लखनऊ:राजधानी समेत ऐसे 17 जिले हैं, जहां पर कांग्रेस नेतृत्व विहीन है. पार्टी का न यहां पर शहर अध्यक्ष है और न ही जिलाध्यक्ष. इन जिलों में जिलाध्यक्ष तैनात करने के लिए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी कई कार्यकर्ताओं का साक्षात्कार भी कर चुकी हैं, लेकिन अब तक इन जिलों में किसी के नाम पर सहमति नहीं बन पाई है.
17 जिलों में नेतृत्व विहीन है कांग्रेस पार्टी.
कई जिलों में कांग्रेस जिलाध्यक्ष और शहर अध्यक्ष के पद खाली
कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनाव के बाद प्रदेश की जिला और शहर कार्यकारिणी भंग कर दी थी. काफी दिनों तक किसी भी जिले का न जिला अध्यक्ष ही था और न ही शहर अध्यक्ष. सितंबर माह में कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने दिल्ली में सभी जिलों के लिए जिलाध्यक्ष नियुक्त करने को लेकर साक्षात्कार लेना शुरू किया.
एक जिले से 4 से लेकर 6 लोगों ने जिलाध्यक्ष बनने के लिए साक्षात्कार दिया. लखनऊ के जिलाध्यक्ष बनने के लिए भी लोगों ने साक्षात्कार दिया. 14 अक्टूबर को पार्टी ने 47 जिलों के जिलाध्यक्ष और कुछ शहरों के शहर अध्यक्ष मनोनीत किए. नवंबर में 11 जिलाध्यक्ष की सूची जारी की गई, लेकिन लखनऊ समेत 17 जिले अभी भी नेतृत्व की प्रतीक्षा में हैं.
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जल्द कांग्रेस जिलाध्यक्ष और शहर अध्यक्षों की होगी नियुक्ति
उत्तर प्रदेश में कुल 75 जिले हैं. लखनऊ, गोंडा, मुरादाबाद, कानपुर और बरेली जैसे 17 जिलों में अब तक जिला कांग्रेस प्रमुखों की तैनाती नहीं की गई है. अभी तक लखनऊ के जिलाध्यक्ष गौरव चौधरी और शहर अध्यक्ष बोधलाल शुक्ला थे. कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी जिन जिलों में अब तक जिला और शहर अध्यक्ष तैनात नहीं हैं, उनके नामों पर मंथन कर रही हैं. बहुत जल्द ही सभी जिलों के जिलाध्यक्ष और शहर अध्यक्षों की नियुक्ति की जाएगी.