लखनऊ:कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज में इस्तेमाल होने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर हर तरफ मारामारी है. अब राजधानी में इसकी गुण्वत्ता पर ही सवाल उठने लगे हैं. रेमडेसिविर इंजेक्शन के प्रभावी ढंग से काम न करने पर चिंता बढ़ गई है. यहां लोकबंधु अस्पताल में इंजेक्शन लगने के बाद 5 मरीजों की हालत बिगड़ गई. उनमें कई दुष्प्रभाव नजर आए. ऐसे में डॉक्टरों ने अस्पताल प्रशासन से शिकायत की है. अब इसकी गुणवत्ता की जांच कर रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी.
रेमडेसिविर लगने के बाद मरीजों का ऑक्सीजन लेवल कम हुआ
दरअसल, 6 मई को लोकबंधु अस्पताल में भर्ती 5 मरीजों को रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाया गया था. इंजेक्शन लगने के बाद सभी मरीजों ने घबराहट होने की शिकायत की. देखते-देखते मरीजों को कंपकंपी होने लगी. उनमें ऑक्सीजन लेवल कम होना शुरू हो गया. डॉक्टरों का कहना है कि उन मरीजों को सांस की तकलीफ बढ़ गई. किसी तरह दूसरी दवाएं देकर मरीजों को राहत दी गई. इंजेक्शन में इस तरह के दुष्प्रभाव का जिक्र नहीं किया गया था.
नए बैच पर बढ़ी आशंका
लोकबंधु अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर अजय त्रिपाठी के मुताबिक अब तक 100 से ज्यादा मरीजों को रेमडेसिविर की डोज दी जा चुकी है. इनमें से 5 मरीजों की तबीयत बिगड़ी थी. नए बैच के इंजेक्शन देने से ये समस्या उत्पन्न हुई है. ऐसे में इलाज करने वाले डॉक्टरों से सस्पेक्टेड एडवर्स ड्रग रिएक्शन फॉर्म भरा लिया गया है. इसकी रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजी जाएगी. इसी तरह बलरामपुर अस्पताल में भर्ती दो मरीजों को समस्या हुई है.