लखनऊ : उत्तर प्रदेश के इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट कॉलेजों में ऑनलाइन सेमेस्टर परीक्षाएं कराई जा रही हैं. डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय इतने बड़े स्तर पर पहली बार ऑनलाइन परीक्षा कराने जा रहा है. दो लाख से ज्यादा छात्र-छात्राएं में शामिल होंगे. इसको देखते हुए विश्वविद्यालय की ओर से मुख्य परीक्षा से पहले मॉक टेस्ट कराने का फैसला लिया गया है, ताकि छात्र-छात्राएं तकनीकी से रूबरू हो जाएं और मुख्य परीक्षा के दौरान कोई गड़बड़ी ना हो.
इसके विपरीत, पॉलिटेक्निक की स्थिति बेहद खराब है. पॉलिटेक्निक कॉलेजों में आमतौर पर 10वीं 12वीं पास करने वाले ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चे पढ़ते हैं. इनके लिए ऑनलाइन परीक्षाएं बेहद नई है. ग्रामीण क्षेत्रों में तो इंटरनेट कनेक्टिविटी तक की समस्या है. इन सब परेशानियों के बावजूद उत्तर प्रदेश के बोर्ड ऑफ टेक्निकल एजुकेशन की तरफ से इन छात्र-छात्राओं के लिए ऑनलाइन परीक्षा कराने का फैसला लिया गया है. परीक्षा की प्रस्तावित तिथि 22 जुलाई निर्धारित भी कर दी गई है, लेकिन अभी तक ऑनलाइन परीक्षा को लेकर आवश्यक तैयारियां पूरी नहीं की गई हैं. ऐसे में ये परीक्षाएं छात्रों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गईं हैं.
उत्तर प्रदेश में पॉलिटेक्निक संस्थानों की संख्या करीब 1417 है. इनमें तीन लाख से ज्यादा छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं. कोरोना संक्रमण के चलते इनकी ऑफलाइन परीक्षाएं नहीं हो पाई. बीते दिनों सचिव तकनीकी शिक्षा परिषद सुनील सोनकर की तरफ से ऑनलाइन परीक्षाएं कराने की घोषणा की गई. घोषणा के बाद बोर्ड ने अपनी जिम्मेदारी पूरी कर ली, लेकिन यह परीक्षा अब छात्र छात्राओं के लिए बहुत बड़ी समस्या बन गई है.
यह है छात्रों का दर्द
लखनऊ के एक पॉलिटेक्निक कॉलेज में पढ़ाई कर रहे सुमित अग्रवाल ने बताया कि वह मूल रूप से कानपुर देहात के रजपुरा गांव से आते हैं. ऑफलाइन ऑफिस बंद है, इसलिए बीते कई महीनों से वह अपने घर पर ही हैं. यहां इंटरनेट की कनेक्टिविटी बेहद खराब है. ऐसे में ऑनलाइन क्लासेस कर पाना भी मुश्किल हो जाता है. उनका कहना है कि इन हालातों में ऑनलाइन पेपर एक कठिन प्रक्रिया होगी. अभी तक तो यह भी नहीं पता है कि कैसे वह पेपर में शामिल होंगे. छात्र मोहित तिवारी कहते हैं कि कम से कम परीक्षा से पहले एक बार अभ्यास करा दिया गया होता तो चीजों को समझने में आसानी हो जाती. उधर, इस पूरे मामले पर तकनीकी शिक्षा परिषद के सचिव सुनील सोनकर से संपर्क कर इस बारे में जानने की कोशिश की गई, लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिला.
Polytechnic Online Exam: पालीटेक्निक छात्रों ने शुरू की तैयारी, छात्र बोले- परीक्षा से पहले मॉक टेस्ट जरूरी - पालीटेक्निक परीक्षा न्यूज
उत्तर प्रदेश में पॉलिटेक्निक की सेमेस्टर/वार्षिक परीक्षाओं का कार्यक्रम घोषित कर दिया गया है. कोरोना संक्रमण के चलते यह परीक्षा ऑनलाइन कराने का फैसला लिया गया है. प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत 22 जुलाई से परीक्षाएं शुरू होंगी. इन परीक्षाओं में तीन लाख से ज्यादा छात्र-छात्राओं का शामिल होना प्रस्तावित है. पॉलिटेक्निक कॉलेजों में पढ़ने वाले ज्यादातर छात्र-छात्राएं ग्रामीण क्षेत्रों से हैं. ऐसे में ये परीक्षाएं छात्रों के लिए मुसीबत का सबब बन गई हैं.
इसे भी पढे़ं-मुस्लिम धर्म अपनाकर दूसरी शादी करने वाले DSP पर कसेगा शिकंजा, CBCID करेगी जांच
यह है अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाओं का प्रस्तावित कार्यक्रम
परीक्षाएं 22 जुलाई से शुरू हो रही हैं. सुबह 9:00 से 10:30 के बीच डेढ़ घंटे का पेपर होगा. बोर्ड ऑफ टेक्निकल एजुकेशन उत्तर प्रदेश की ओर से 60 से ज्यादा विभिन्न पाठ्यक्रमों का परीक्षा कार्यक्रम जारी किया गया है. ये सभी परीक्षाएं जुलाई के अंत तक पूरी कर ली जाएंगी. प्रत्येक विषय में औसतन दो से पांच पेपर होंगे.
यह होगा सेमेस्टर/ वार्षिक परीक्षा का प्रारूप
परीक्षा में बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे. यह ऑनलाइन मोड पर कराई जाएगी. अंतिम वर्ष / अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा में प्रश्नों की संख्या 50 होगी. इसको हल करने के लिए 90 मिनट का समय दिया जाएगा. अन्य सेमेस्टर/ वार्षिक परीक्षा के लिए दो प्रश्न पत्र होंगे. जिसमें प्रत्येक विषयों के अलग-अलग सेक्शन होंगे एवं अलग-अलग सेक्शन में विषयों को रखा जाएगा. प्रत्येक प्रश्नपत्र में 50 सवाल पूछे जाएंगे. समस्त छात्र-छात्राएं अपने घर, साइबर कैफे या अपने संस्थान में उपस्थित होकर एंड्रॉयड फोन/ लैपटॉप/ कंप्यूटर इत्यादि के माध्यम से ऑनलाइन परीक्षा दे सकेंगे.