लखनऊ :नए साल (2023) से वाहनों के प्रदूषण की जांच (vehicular pollution test) कराना महंगा हो गया है. परिवहन विभाग (transport Department) में 1 जनवरी 2023 से सभी प्रकार के वाहनों के प्रदूषण जांच के लिए निर्धारित शुल्क में 5 रुपये की बढ़ोतरी कर दी गई है. इस संबंध में उप परिवहन आयुक्त पुष्पसेन सत्यार्थी (Deputy Transport Commissioner Road Safety Pushpasen Satyarthi) ने आदेश जारी कर दिया है.
2023 में सभी वाहनों की प्रदूषण जांच कराना हुआ महंगा, जानें कितने रुपये बढ़ा रेट - pollution test of vehicles
वाहन धारकों और चालकों के लिए नया साल (2023) जेब का खर्च बढ़ाने वाला साबित होगा. दरअसल परिवहन विभाग ने 1 जनवरी 2023 से सभी प्रकार के वाहनों के प्रदूषण जांच के शुल्क में बढ़ोतरी कर दी है. इस बाबत उप परिवहन आयुक्त की ओर से आदेश भी जारी कर दिया गया है.
आदेश के मुताबिक एक जनवरी 2023 से पुरानी जांच दरों में पांच रुपये शुल्क बढ़ाया गया है. ऐसे में दो पहिया से लेकर तीन और चार पहिया डीजल, पेट्रोल, एलपीजी व सीएनजी से संचालित होने वाले वाहन इस दायरे में आएंगे. ऑनलाइन प्रदूषण जांच केंद्र पर एक जनवरी 2023 से प्रदूषण जांच प्रमाण पत्र (pollution test certificate) निर्धारित शुल्क देने के बाद ही जारी होगा. उप परिवहन आयुक्त सड़क सुरक्षा पुष्पसेन सत्यार्थी (Deputy Transport Commissioner Road Safety Pushpasen Satyarthi) ने देते हुए बताया कि दो साल बाद प्रदूषण जांच का शुल्क बढ़ाया जा रहा है. परिवहन विभाग के पीयूसीसी पोर्टल पर निर्धारित नई दरें अपडेट कर दी गई है.
लखनऊ में 180 केंद्रों पर होती है जांच : लखनऊ में वाहनों के प्रदूषण जांच (Vehicular pollution test in Lucknow) के लिए कोई 180 जांच केंद्र बनाए गए हैं. राजधानी के करीब 5 लाख से अधिक वाहनों की प्रदूषण जांच की जाती है. तय समय पर वाहनों के प्रदूषण जांच नहीं कराने पर 10 हजार रुपये जुर्माने का प्रावधान है. नए साल से वाहन मालिकों को दो पहिया वाहन पेट्रोल 50 से 55 रुपये, तिपहिया वाहन पेट्रोल, एलपीजी व सीएनजी 70 से 75 रुपये, चार पहिया वाहन पेट्रोल, एलपीजी व सीएनजी 70 से 75 रुपये, सभी प्रकार के डीजल वाहनों के लिए 100 से 105 रुपये भुगतान करने होंगे.
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