लखनऊ : सर्दियों में प्रदूषण स्तर काफी ज्यादा बढ़ जाता है. बीते शुक्रवार को बारिश होने के चलते प्रदूषण स्तर काफी कम हो गया था, लेकिन धुंध के साथ फॉग फिर भी बरकरार रहा. बीते दिन से ही हल्की-हल्की बारिश होनी शुरू हुई. प्रदेश के लगभग सभी जिलों में हल्की बारिश के साथ मौसम खुशनुमा बना रहा. इसके अलावा शनिवार को भी कई जगहों पर बूंदाबांदी हुई. जिसके चलते प्रदूषण का स्तर सामान्य रहा. प्रदेश के कुछ जिले ऐसे हैं जहां पर प्रदूषण स्तर हमेशा अधिक ही रहता है. जिसमें नोएडा, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा और मेरठ शामिल है. इन शहरों के प्रदूषण स्तर हमेशा 200 अंक के पर रहते हैं. इसके अलावा बाकी जिलों का प्रदूषण स्तर दोपहर के समय या बारिश होने पर 200 अंक के नीचे आ जाता है.
सेंट्रल कंट्रोल पॉल्यूशन बोर्ड यानी सीपीसीबी की शनिवार की दोपहर 12 बजे की रिपोर्ट के मुताबिक नोएडा का एक्यूआई 268, मेरठ का एक्यूआई 201, गाजियाबाद का एक्यूआई 243, ग्रेटर नोएडा का एक्यूआई 297, गोरखपुर का एक्यूआई 86, प्रयागराज का एक्यूआई 113, लखनऊ का एक्यूआई 168, मुरादाबाद का एक्यूआई 114, वृंदावन का एक्यूआई 80, गोरखपुर का एक्यूआई 138, कानपुर का एक्यूआई 131, बरेली का एक्यूआई 112, झांसी का एक्यूआई 141, प्रतापगढ़ का एक्यूआई 194 और वाराणसी का एक्यूआई 64 हैं.
इंडस्ट्रियल एरिया का प्रदूषण स्तर आया 300 अंक के नीचे :सीपीसीबी रिपोर्ट के मुताबिक ताल कटोरा इंडस्ट्रियल एरिया का एक्यूआई 299, केन्द्रीय विद्यालय लखनऊ का एक्यूआई 217, लालबाग का एक्यूआई 231, गोमतीनगर का एक्यूआई 87, अंबेडकरनगर विवि का एक्यूआई 82 और कुकरैल पिकनिक स्पॉट का एक्यूआई 89 हैं. यह प्रदूषण स्तर शनिवार दोपहर 12 बजे की रिपोर्ट के मुताबिक है. बीते सप्ताह इंडस्ट्रियल क्षेत्र का एक्यूआई 300 अंक के पार पहुंच गया था, लेकिन बीते शुक्रवार से बारिश होने के चलते इंडस्ट्रियल एरिया का प्रदूषण स्तर 300 अंक के नीचे आ गया है.