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हिंदू राष्ट्र की दिशा में योगी आदित्यनाथ बढ़ा रहे कदम, जानिए राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बार बार अपने भाषणों और नीतियों से हिन्दू राष्ट्र की वकालत करते हैं. यही नहीं इस दिशा में तमाम योजनाएं लाकर अपनी मंशा भी स्पष्ट कर दी है. विपक्ष और तमाम राजनीतिक दल इस नीति को संविधान विरोधी बताकर सवाल उठाते रहे हैं. इसके बावजूद सीएम योगी अपने बयानों और नीतियों पर कायम हैं.

हिंदू राष्ट्र की दिशा में योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में बढ़ा रहे कदम.
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Published : Mar 23, 2023, 3:48 PM IST

Updated : Mar 23, 2023, 5:40 PM IST

हिंदू राष्ट्र की दिशा में योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में बढ़ा रहे कदम.

लखनऊ :मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब अनौपचारिक तौर पर हिंदू राष्ट्र की अवधारणा उत्तर प्रदेश में लागू कर रहे हैं. राम नवमी औऱ नवरात्र में मंदिरों में आयोजन के लिए विशेष बजट, धार्मिक पर्यटन स्थलों के लिए अरबों का खर्चे. मुख्यमंत्री कई मौकों पर भारत को हिंदू राष्ट्र कह भी चुके हैं. इसके अलावा कई अन्य मुद्दे ऐसे हैं, जिन पर कहा जा सकता है कि सरकारी कामकाज में हिंदुत्व की अवधारणा बढ़ती जा रही है. पिछले दिनों एक न्यूज़ चैनल के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बात को स्वीकार किया था कि भारत हमेशा से एक हिंदू राष्ट्र है. इसमें कोई दो राय नहीं है कि भारतीय संस्कृति सत्य सनातन हिंदू संस्कृति है. ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एजेंडा लगातार इसी दिशा में काम कर रहा है.

हिंदू राष्ट्र की दिशा में योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में बढ़ा रहे कदम.



हिंदू राष्ट्र के एजेंडे को लेकर मुख्यमंत्री की ओर से धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ ही अयोध्या काशी विश्वनाथ, मथुरा वृंदावन, नैमिषारण्य समेत अनेक पर्यटन क्षेत्रों के धार्मिक महत्व को देखते हुए विकास किया रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद आगे रह कर काम कर रहे हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ना केवल धार्मिक पर्यटन क्षेत्रों का विकास कर रहे हैं. बल्कि लगभग हर सप्ताह धार्मिक क्षेत्रों में जाकर मंदिरों के दर्शन भी खुद करते हैं. महीने में कम से कम एक बार श्री राम जन्मभूमि के दर्शन करने के लिए जाते हैं. इसके साथ ही गोरक्षपीठ तो उनका धाम है ही. इसके साथ ही वे लगातार काशी विश्वनाथ धाम और मथुरा की भी यात्रा करते हैं.

रामचरितमानस को राष्ट्रीय पुस्तक घोषित करने के लिए हस्ताक्षर अभियान.

मंदिरों में दुर्गा सप्तशती और रामचरितमानस का पाठ : सरकारी स्तर पर शासनादेश करके बाकायदा सरकार ने नवरात्र के दौरान दुर्गा सप्तशती का पाठ और सुंदरकांड और अखंड रामायण के पाठ का एलान किया है. इसमें सरकार की ओर से बाकायदा बजट भी जारी किया गया है. लगातार इसका विपक्ष विरोध कर रहा है. मगर हिंदू राष्ट्र के एजेंडे पर चलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने फैसले पर अडिग हैं. इस बारे में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता हीरो बाजपेई ने कहा किसत्य सनातन धर्म हिंदू धर्म है. भारत हिंदू राष्ट्र की की पद्धति पर चलता रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार धार्मिक क्षेत्रों के विकास में लगे हुए हैं. जिससे उनकी मंशा स्पष्ट है. उत्तर प्रदेश सांस्कृतिक विकास के पथ पर है. समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता फखरुल हसन चांद का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी संविधान के आधार पर देश को नहीं चलाना चाहती. मुख्य मुद्दों से भटका कर वह प्रदेश को धर्म के नाम पर बांट रही है.

रामचरितमानस को राष्ट्रीय पुस्तक घोषित करने के लिए हस्ताक्षर अभियान.

रामचरितमानस को राष्ट्रीय पुस्तक घोषित करने के लिए हस्ताक्षर अभियान : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समर्थित राष्ट्रीय पर्व एवं उत्सव समिति ने 16वीं शताब्दी के भक्ति कवि तुलसीदास की रचित रामायण पर आधारित महाकाव्य 'रामचरितमानस' को राष्ट्रीय पुस्तक घोषित करने की मांग की. जिसको लेकर लखनऊ में हस्ताक्षर अभियान चलाया. यह अभियान चैत्र नवरात्रि के प्रारंभ किया गया. बता दें, सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की टिप्पणी की पृष्ठभूमि में यह कार्यक्रम काफी प्रासंगिक हो गया है. जिसमें आरोप लगाया गया था कि रामचरितमानस के कुछ छंद कुछ संप्रदायों के लिए अपमानजनक हैं. मरीन ड्राइव पर राष्ट्रीय पर्व एवं संघ समिति की ओर से आयोजित कार्यक्रम में रामचरितमानस को 'राष्ट्रीय पुस्तक' का दर्जा देने के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया गया. अभियान आरएसएस के अवध प्रांत प्रचारक कौशल की मौजूदगी में चलाया गया. समारोह का उद्घाटन व समिति के अध्यक्ष ललित श्रीवास्तव ने किया. इस मौके पर कौशल ने एक वार्षिक पंचांग हिंदू कैलेंडर लॉन्च भी किया. इस दौरान आदर्श विद्या मंदिर के बाल कलाकारों द्वारा रामचरितमानस पर नाटिका भी आयोजन किया गया.

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Last Updated : Mar 23, 2023, 5:40 PM IST

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