लखनऊ :दीपावली बीतने के साथ ही उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी में सियासी हलचल बढ़ जाएगी. केंद्रीय चुनाव प्रभारी की नियुक्ति निकट भविष्य में कभी भी की जा सकती है. उसके साथ में चार या पांच सह चुनाव प्रभारी भी लाए जाएंगे. पार्टी में नए कार्यकर्ताओं को जोड़ने के साथ ही कई तरह के अभियान शुरू किए जाएंगे.
इलेक्शन मोड में नजर आएगी भाजपा :भारतीय जनता पार्टी मुख्य रूप से पिछड़े वर्ग और अनुसूचित जाति वर्ग को जोड़ने के लिए खास अभियान संचालित कर सकती है. पार्टी को अनुमान है कि इन दो वर्गों के पार्टी से जुड़ जाने से करीब 80% वोट बैंक उनकी ओर खिंच सकता है. फिलहाल दीपावली से पहले ही दिल्ली में हुई उच्च स्तरीय बैठक में इन सारी बातों को हरी झंडी दी जा चुकी है, बस अब अमली जामा पहनाए जाने का इंतजार किया जा रहा है. माना जा रहा है कि अगले 15 दिन में भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से लोकसभा चुनाव 2024 के लिए इलेक्शन मोड में नजर आएगी.
लोकसभा चुनाव 2024 की घोषणा में अब मात्र तीन महीने का समय ही बाकी रह गया है. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव से पहले चलाए जाने वाले अभियानों और अपने पदाधिकारी संबंधित सभी निर्णय उत्तर प्रदेश के लिए कर लिए हैं. दिल्ली में इस संबंध में कुछ समय पहले दो बैठक हुई थीं, जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह के अलावा उत्तर प्रदेश से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी के अलावा महत्वपूर्ण पदाधिकारी और सरकार से जुड़े दोनों उपमुख्यमंत्री शामिल थे. मुख्य रूप से सभी को संकेत दे दिए गए हैं कि वह अब चुनाव की तैयारी में पूरी तरह से जुट जाएं.
पदाधिकारी में बदलाव :भारतीय जनता पार्टी उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो उत्तर प्रदेश में अब संगठन संबंधित बदलाव नहीं होंगे. मुख्य रूप से मोर्चों, प्रकोष्ठों, विभागों और अन्य कुछ जगहों पर पदाधिकारी में बदलाव किया जाना था. यहां पदाधिकारी अपना कार्यकाल पूरा कर चुके हैं, लेकिन यह बदलाव लोकसभा चुनाव के नजदीक आने की वजह से फिलहाल टलता हुआ नजर आ रहा है. माना जा रहा है कि अब लोकसभा चुनाव के बाद ही उत्तर प्रदेश में संगठन में बदलाव होते नजर आएंगे. ऐसे में वर्तमान पदाधिकारी राहत ले रहे हैं. उनको उम्मीद है कि अब इसी टीम के साथ में लोकसभा चुनाव 2024 होंगे.