लखनऊ: सिविल कोर्ट परिसर की सुरक्षा के लिए चेकिंग और बिना आईडी कार्ड दिखाए प्रवेश वर्जित की व्यवस्था शनिवार को ही ठप हो गई. कोर्ट परिसर में बम कांड के बाद लखनऊ पुलिस ने परिसर की सुरक्षा के लिए यह व्यवस्था लागू की थ, कि कोई भी व्यक्ति फिर चाहे वह वकील ही क्यों न हो कोर्ट परिसर में बिना आईडी कार्ड दिखाए अंदर नहीं जा सकेगा. शुक्रवार को यह व्यवस्था लागू भी रही, लेकिन शनिवार को ही व्यवस्था ने दम तोड़ दिया और वकीलों की दबंगई के आगे पुलिस नतमस्तक नजर आई.
लखनऊ: वकीलों के आगे पुलिस मजबूर, कोर्ट परिसर में बंद किया चेकिंग अभियान
यूपी की राजधानी लखनऊ में गुरुवार को कोर्ट परिसर में बम कांड के बाद पुलिस ने परिसर की सुरक्षा के लिए चेकिंग व्यवस्था लागू की थी. पुलिस ने वकीलों से आईडी कार्ड दिखाने को कहा तो कुछ ने पुलिस का सहयोग किया, लेकिन उसमें से कुछ वकीलों ने दबंगई दिखाना शुरू कर दिया. इससे कोर्ट परिसर में पुलिस ने अपना चेकिंग अभियान बंद कर दिया.
कोर्ट परिसर में वकील ने की अभ्रदता
शुक्रवार की तरह शनिवार को भी पुलिस कर्मचारियों ने वकीलों से आईडी कार्ड दिखाने को तक कहा तो 80 प्रतिशत वकीलों ने तो पुलिस कर्मचारियों का सहयोग किया, लेकिन उसमें से कुछ वकीलों ने दबंगई दिखाना शुरू कर दिया. ऐसे में कोर्ट परिसर पहुंचे एक वकील साहब ने खुद को ही आईकार्ड बताया और पुलिस कर्मचारियों से अभद्रता करते हुए कोर्ट परिसर में घुस गए. वकीलों के सामने मजबूर पुलिस ने वकील साहब की बातें तो सुन ली, लेकिन फिर उन्होंने चेकिंग न करने का फैसला लिया और शनिवार को बिना चेकिंग के ही कोर्ट परिसर में आना-जाना लगा रहा.
नाम न बताने की शर्त पर एक पुलिसकर्मी ने कहा कि हम अजीब धर्म संकट में हैं. अगर अपनी ड्यूटी करते हैं, तो वकीलों की दबंगई सहनी पड़ती है और अगर वकीलों से कठोरता से पेश आते हैं तो वकील एक होकर झगड़ा करने को तैयार हो जाते हैं. ऐसे में जब बड़े अधिकारियों से मदद के लिए कहा जाता है तो वह अपने हाथ खड़े कर लेते हैं. ऐसी स्थिति में पुलिसकर्मी क्या कर सकते हैं.
इसे भी पढ़ें-लखनऊः बंद कमरे में मिला महिला का शव, चेहरा कुचलकर हुई हत्या